Rose day 2023 in Pakistan: 7 फरवरी को रोज़ डे मनाया जाता है, इस दिन लोग अपने महबूब को गुलाब का फूल देते हैं और अपनी एहसासात (भावनाओं) का एजहार करते हैं. उर्दू जुबान को मुहब्बत की जुबान कहा जाता है. ये जुबान कड़वाहट में भी शीरा (मीठा) घोल देती है. 7 फरवरी यानी कल रोज डे है इस मौके पर हम आपको उर्दू की कुछ ऐसी शायरी/लाइन्स के बारे में बताने वाले हैं जिन्हें आप अपने पार्टनर को रोज डे विश करने के दौरान बोल सकते हैं. अगर आपका लॉन्ग डिस्टेंस रिलेशनशिप है तो आप फूलों के साथ अपने ख्याल इस शायरी के जरिए अपने पार्टनर के पास पहुंचा सकते हैं. अगर आप रोज़ डे व्हाट्सएप स्टेटस, या रोज़ डे मेसेज की तलाश कर रहे हैं तो ये लाइन्स आपके बेहद काम आने वाली हैं.  यकीन माने ये लाइन्स आपके अजीज और दिल के करीब रहने वाले इस शक्स को बेइंतेहां पसंद आएंगी तो चलिए जानते हैं.


रोज़ डे पर ये उर्दू शायरी आपके बेहद काम आएंगी


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अज़ीज़ इतना ही रखो कि जी सँभल जाए 
अब इस क़दर भी न चाहो कि दम निकल जाए


तुम मुझे छोड़ के जाओगे, तो मर जाऊंगा 
ऐसा करो जाने से पहले, मुझे पागल कर दो


उस की याद आई है, सांसो ज़रा आहिस्ता चलो 
धड़कनों से भी इबादत में ख़लल पड़ता है


लोग कहते हैं बिन देखे कुछ महसूस नहीं होता,
हम तो बिन देखे तुझे हर पल हर लम्हा महसूस करते हैं


जिस तरह से थोड़ी सी तिरे साथ कटी है 
बाक़ी भी उसी तरह गुज़र जाए तो अच्छा


कभी नदी कभी सेहरा दिखाई देता है, तुम्हारी आँखों में क्या-क्या दिखाई देता है।
मैं क्या बताऊँ अभी कौन पास से गुजरा, हर एक चेहरा तुझ सा दिखाई देता है।।


"तुम जिसको दस्तियाब हो, लाजिम है उसपर कि हर रोज अपने बख्त का सदक़ा अदा दिया करे" 
आसान भाषा में इसका मतलब समझें तो मैं आपको पाकर बेहद खुशकिस्मत महसूस करता हूं.