CPR technique: हार्ट अटैक को लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय ने बड़ा फैसला लिया है, देश में युवाओं के बीच हार्ट अटैक के मामलें लगातार बढ़ रहे हैं. इसको कम करने के लिए भारत सरकार द्वारा कई कदम उठाए जा रहे हैं, कल यानी की 6 दिसंबर को पूरे देश में 10 लाख लोगों को एक साथ सीपीआर(CPR) टेक्निक सिखाई जाएगी. 6 दिसंबर सुबाह 9:30 बजे से CPR सिखाने का कार्यक्रम शुरू होगा.  


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कहा सिखाई जाएगी CPR टेक्निक?
CPR टेक्निक सीखाने को लेकर 6 दिसंबर सुबह 9:30 बजे देश भर में कार्यक्रम की शुरुआत होगी. जिसमें 10 लाख लोगों को एक साथ CPR की ट्रेनिंग दी जाएगी. आने वाले समय में हार्ट अटैक के मरीजों को बचाने के लिए जिम, स्कूलों और कॉलेजों में सीपीआर तकनीक सिखाई जाएगी. भारत में हार्ट अटैक से मौतें एक सीरियस विषय बनता जा रहा है, हार्ट अटैक की समस्या अब हर उम्र के लोगों में देखने मिल रही है. भारत सरकार इससे निपटने के लिए कई कदम उठा रही है,  CPR टेक्निक का सिखाना भी इनमे से एक है.


क्या है CPR टेक्निक 
CPR का मतलब कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन (cardiopulmonary resuscitation) है. यह कार्डियक अरेस्ट के दौरान इंसान की जान बचाने में मदद कर सकता है, जब दिल की धड़कना बंद हो जाती है या दिमाग और बॉडी के और जरूरी हिस्सों में खून नहीं पहुंच पाता है. तब पीड़ित को CPR देकर बचाया जा सकता है. 


कैसे दे CPR ?


  • CPR देने के लिए सबसे पहले पीड़ित को किसी ठोस जगह पर लिटा दिया जाता है और CPR देने वाला व्यक्ति उसके पास घुटनों के बल बैठ जाता है.

  • उसकी नाक और गला चेक कर ये सुनिश्चित किया जाता है कि उसे सांस लेने में कोई रुकावट तो नहीं है, जीभ अगर पलट गयी है तो उसे सही जगह पर उंगलियों के सहारे लाया जाता है.

  • Patient के सीने के बीचोबीच हथेली रखकर पंपिंग करते हुए दबाया जाता है. एक से दो बार ऐसा करने से धड़कनें फिर से शुरू हो जाएंगी. पंपिंग करते समय दूसरे हाथ को पहले हाथ के ऊपर रख कर उंगलियो से बांध लें अपने हाथ और कोहनी को सीधा रखें.

  • हथेली से छाती को 1 -2 इंच दबाकर एक मिनट‌ में 100-120 बार दबाव दिया जा सकता है. ऐसा 20 मिनट से 50 मिनट‌ तक कर सकते हैं 


लेकिन CPR देनें के लिए ट्रेनिंग की जरुरत होती है.