Jharkhand News: झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को जमीन घोटाले मामले में आज यानी 2 फरवरी को प्रवर्तन निदेशालय (ED) की पांच दिन की हिरासत में भेज दिया गया है. इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने मामले में ED के जरिए अपनी गिरफ्तारी को चुनौती देने वाली हेमंत सोरेन की याचिका पर सुनवाई से इनकार कर दिया.


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खटखटाया था सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा
जस्टिस संजीव खन्ना, न्यायमूर्ति एमएम सुंदरेश और न्यायमूर्ति बेला एम त्रिवेदी की विशेष पीठ ने 48 साल के झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) लीडर सीएम हेमंत सोरेन को झारखंड हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाने को कहा. जांच एजेंसी (ED) के जरिए जारी समन को रद्द करने और गिरफ्तारी को अवैध घोषित करने की मांग को लेकर हेमंत सोरेन ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था.


पूर्व सीएम से पूछताछ के बाद ED ने किया था गिरफ्तार
ख्याल रहे कि 31 जनवरी को JMM चीफ और पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को कथित जमीन घोटले मामले में सात घंटे से ज्यादा वक्त तक पूछताछ के बाद ED ने गिरफ्तार किया था. हालांकि, गिरफ्तारी से पहले हेमंत सोरेन ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था. वहीं, अपनी गिरफ्तारी से पहले, हेमंत सोरेन ने झामुमो नेता चंपई सोरेन को नामित किया था, जिन्हें पार्टी के विधायक दल के नेता के रूप में चुना गया था.


चंपई सोरेन ने संभाली नई सरकार की कमान
चंपई सोरेन ने लोकसभा इलेक्शन और राज्य विधानसभा इलेक्शन से कुछ महीने पहले झारखंड के नए सीएम के रूप में शपथ ली. इसके अलावा कांग्रेस कोटे से आलमगीर और RJD कोटे से सत्यानंद भोक्ता ने कैबिनेट मंत्री की शपथ ली है. झारखंड के गवर्नर सीपी राधाकृष्णन ने सभी को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई है. 


सूत्रों के मुताबिक, चंपई सोरेन सरकार को 10 दिन के भीतर बहुमत साबित करना होगा. वहीं, JMM, कांग्रेस और राजद के विधायकों को 2 दिन के लिए  हैदराबाद शिफ्ट किया जा रहा है. इन सभी विधायकों को चार्टर्ड प्लेन से भेजा गया है.