Himachal Pradesh Poltical News: हिमाचल प्रदेश में चल रही सियासी उठा-पटक के बीच सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज यानी 1 मार्च को सोलन जिले की आवाम को 88 करोड़ की परियाोजनाओं की सौगात दी है. इस बीच धर्मपुर में एक रैली को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री सुक्खू ने बागी विधायकों को आड़े हाथ लिया है. सुक्खू ने सभी बागी विधयायकों को काला नाग तक कह दिया. 


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सीएम सुक्खू रैली को संबोधित करते हुए कहा, "कुछ लोगों ने षडयंत्र के तहत सरकार गिराने की कोशिश की है, लेकिन मैं उनसे डरता नहीं हूं. जो MLA अपना ईमान बेच दे वो विधानसभा इलाके के लोगों का क्या भला करेगा. बीजेपी के लीडर और जो कांग्रेस के काले नाग थे, उन्होंने अपने ईमान को बेच दिया."


नागों  ने गद्दारी की- सीएम
उन्होंने बागी विधायकों पर निशाना साधते हुए कहा, "जिन 6 काले नागों ने गद्दारी की, वो सड़क रास्ते से नहीं आए. CRPF और हरियाणा पुलिस उन्हें मिली, हेलीकॉप्टर उन्हें मिले. वे हेलीकॉप्टर से आए और बजट में भीतर नहीं बैठे, कांग्रेस के पक्ष में नहीं बैठे. उस बजट में गरीबों के लिए योजनाएं थीं. मैं राजनीतिक षड्यंत्रों का शिकार नहीं होना चाहता है."


विधायकों पर कसा तंज
सीएम ने आगे कहा, "जिस कांग्रेस की विचारधारा और हाथ के निशान से ये लोग चुनकर आए, इन्होंने उसी पार्टी को धोखा दिया. अगर इतनी हिम्मत थी तो निर्दलीय इलेक्शन लड़ना चाहिए था. इन्होंने पार्टी और निशान से गद्दारी की है. जो शख्स अपना ईमान बेच सकता है, बिकाऊ हो जाए, सत्ता और पैसों के लालच में ईमान बेच सकता है, वो लोगों की क्या सेवा करेगा. ये लोग गरीब आदमी का शोषण करके पैसे के दम पर राजनीति में आते हैं, विधायक बनते हैं और फिर शोषण करते हैं."


कांग्रेस विधायकों ने की क्रॉस वोटिंग
हिमाचल प्रदेश में भी राज्यसभा की एक सीट पर इलेक्शन हुआ था, इस चुनाव को जीतने के लिए 35 विधायकों की वोट की जरूरत थी. वैसे भी कांग्रेस पार्टी के पास 40 और निर्दलीय के 3 विधायक थे. इस लिहाज से कांग्रेस ने अपना राज्यसभा कैंडिडेट अभिषेक मनु सिंघवी को बनाया था. माना जा रहा था कि उनकी जीत पक्की है. लेकिन कांग्रेस के 6 विधायक समेत 3 निर्दलीय विधायकों ने क्रॉस वोटिंग कर दी.जिसके बाद बीजेपी और कांग्रेस के कैंडिडेट को 34-34 वोट मिले, जिसके बाद जिसके बाद लॉटरी के जरिए चुनाव हुए, जिसमें भाजपा कैंडिडेट हर्ष महाजन जीत गए.