Jammu and Kashmir Election/ राही कपूर: जम्मू व कश्मीर के जिला पूंछ में में आज से होम वोटिंग की प्रक्रिया शुरू की गई. इस वोटिंग का मकसद उन लोगों तक मतदान पहुंचाना था, जो जिस्मानी तौर से माजूर हैं या अन्य किसी दूसरी वजह से मतदान केंद्रों तक नहीं पहुंच सकते. चुनाव आयोग ने इन मतदाताओं के लिए खास तौर से यह सहूलत शुरू की है. इसके तहत चुनाव आयोग की टीम दिव्यांग लोगों के घर जाती है और उनसे वोट लेती है.


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कश्मीर में होम वोटिंग शुरू
भारत-पाकिस्तान नियंत्रण रेखा से सटे मेंढर इलाके में ढकी और बेहरा गांवों में होम वोटिंग आयोजित की गई. यहां दिव्यांग मतदाताओं ने अपने वोट डाले. इस मौके पर पोलिंग स्टाफ पूरी तरह से मुस्तैद रहा और प्रक्रिया को सुचारू रूप से संपन्न किया गया.


होम वोटिंग का मकसद
पोलिंग बूथ अधिकारी  ने कहा, "हमारी कोशिश है कि हर शख्स को अपने मतदान का अधिकार मिले, चाहे उसकी हालत कैसी भी हो. यह पहल उन लोगों के लिए की गई है जो किसी वजह से मतदान केंद्र तक नहीं जा सकते." रिटर्निंग अधिकारी इमरान राशिद ने बताया, "होम वोटिंग एक अहम कदम है ताकि विशेष रूप से दिव्यांग मतदाताओं को चुनावी प्रक्रिया से वंचित न रहना पड़े. चुनाव आयोग इस दिशा में पूरी गंभीरता से काम कर रहा है."


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मकामी लोगों ने की तारीफ
इस कदम की स्थानीय लोगों ने सराहना की है और इसे लोकतांत्रिक प्रक्रिया में सभी की भागीदारी सुनिश्चित करने की दिशा में एक सकारात्मक पहल माना जा रहा है.


कश्मीर में मतदान
आपको बता दें कि जम्मू व कश्मीर में आज वधानसभा चुनाव के पहले मरहले की वोटिंग हो रही है. आज यानी 18 सितंबर को 24 सीटों पर वोटिंग हो रही है. इस मरहले में 219 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं.