नई दिल्लीः रमजान के रोजे काफी इज्जत-ओ-एहतराम के साथ रखे जाते हैं. रोजे रखने के लिए इसके उसूलों का पालन करना जरूरी होता है. अगर ऐसा नहीं करेंगे तो आपका रोजा टूट जाएगा या फिर रोजा अशुद्ध यानी मकरूह हो जाएगा. आज हम आपको बताएंगे किन हालात में रोजा टूट जाता है और इसके बदले में आपको कज़ा रोजे रखने होते हैं और इसका कफ्फारा यानी दंड भरना पड़ता है. 
1. जानबूझ कर कुछ खा-पी लेने से रोजा टूट जाता है और इसका कज़ा रोजा रखना होता है. 
2. अगर कोई जानबूझ कर उल्टी करता है, तो उसका रोजा टूट जाता है और इसके लिए उसे कज़ा रोजे रखने होंगे. 
3. रोजे की हालत में बीवी से हमबिस्तर होने से रोजा टूट जाता है. इस हालत में कज़ा रोजे रखने के अलावा इसका कफ्फारा भी अदा करना होगा. कफ्फारा का मतलब एक रोजे के बदले में लगातार बिना नागा 60 रोजे रखना या फिर 60 गरीबों को खाना खिलाना होता है. 
4. अप्राकृतिक यौन संबंध या फिर सेम सेक्स में किसी तरह का यौन संसर्ग स्थापित करने से भी रोजा टूट जाता है. 
5. औरतों को माहवारी आने से भी रोजा टूट जाता है. 
6. हस्तमैथुन या मास्टबेशन करने से रोजा टूट जाता है.
7. रोजे की हालत में एक स्त्री या पुरुष का एक दूसरे को गले लगाना या बाहों में भरने से रोजा नहीं टूटता है, लेकिन अगर ऐसा करने से अगर किसी पार्टनर का वीर्य स्खलित हो जाए तो रोजा टूट जाता है. 
8. जिस्म के अंदर खून या ग्लूकोज चढ़ाने से भी रोजा टूट जाता है. ऐसी हालात में दोनों पर कजा और कफ्फारा दोनों अदा करना होगा और एस करने का गुनाह अलग से है. 
9. हुक्का, बीड़ी, सिगरेट पीने या पान-गुटखा खाने से भी रोजा टूट जाता है. 
10. लोबान या अगरबत्ती को धुआं सूंघने से भी रोजा टूट जाता है. 
11. कुल्ली करते वक्त अगर पानी मुंह से अंदर चला गया तो रोजा टूट जाएगा और इसके बदले में रोजा रखना होगा. 
12. रोजे के दौरान कान या नाक में तेल या कोई दवा के तौर पर ड्रॉप डालने से भी रोजा टूट जाता है. ऐसा करने से कज़ा रोजे रखने होते हैं. 
13. रोजे की हालत में एनिमा लेने या किसी बीमारी के कारण पेशाब के रास्ते में कोई दवा या ट्यूब डालने से भी रोजा टूट जाता है. ऐसा करने वर कज़ा वाजिब है.  
14. मुंह में अगर किसी वजह से खून निकल गया और उसे निगल गया तो रोजा टूट जाता है.  


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