नई दिल्लीः कनाडा के प्रधान मंत्री जस्टिन ट्रूडो के इस दावे पर कि भारत ने कनाडा के अंदर खलिस्तानी नेता की हत्या कराई है, बड़े पैमाने पर अंतरराष्ट्रीय विवाद पैदा हो गया है. इसी बीच भारत ने कनाडाई लोगों के लिए अगली सूचना तक वीजा सेवाओं को निलंबित कर दिया है. 


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एक ऑनलाइन वीज़ा आवेदन केंद्र, बीएलएस इंटरनेशनल ने अपने एक नोटिस में कहा है, “भारतीय मिशन ने 21 सितंबर 2023 से, भारतीय वीज़ा सेवाओं को अगली सूचना तक निलंबित कर दिया है.’’ इससे पहले दोनों देशों से एडवाइजरी जारी कर अपने-अपने नागरिकों को भारत और कनाडा में अतिक्ति सुरक्षा और सतर्कता बरतने के आदेश दिए हैं.


गुरुवार को यह अपडेट पंजाब मूल के एनआईए-वांटेड गैंगस्टर सुक्खा डुनेके की कनाडा के विन्निपेग में गैंगवार में गोली मारकर हुई हत्या करने के बाद आया है. सुखदूल सिंह उर्फ डुनेके कनाडा में खालिस्तान आंदोलन का हिस्सा था. पंजाब में देविंदर बंबीहा गैंग का सहयोगी डुनेके फर्जी दस्तावेजों पर 2017 में कनाडा भाग गया था. बुधवार को उसका नाम राष्ट्रीय जांच एजेंसी द्वारा जारी 43 गैंगस्टरों की सूची में शामिल था, जिसमें उनकी अवैध संपत्तियों के बारे में जानकारी मांगी गई थी. 


इससे पहले खालिस्तानी नेता निज्जर की हत्या को लेकर मंगलवार को भारत और कनाडा के बीच राजनयिक संबंध खराब हो गए थे. उसी दिन भारत ने कनाडा को वैसा ही जवाब देते हुए अपने यहां स्थित एक वरिष्ठ कनाडाई राजनयिक को निष्कासित कर दिया था. 


विदेश मंत्रालय की तरफ से जारी एक बयान में कहा गया है कि संबंधित राजनयिक को आधिकारिक तौर पर अगले पांच दिनों के अंदर भारत से प्रस्थान करने का निर्देश दिया गया है. बयान में कहा गया है, “यह फैसला हमारे आंतरिक मामलों में कनाडाई राजनयिकों के हस्तक्षेप और भारत विरोधी गतिविधियों में उनकी भागीदारी पर भारत सरकार की बढ़ती चिंता के बाद लिया गया है."  यह फैसला तब आया जब कनाडा ने पहले एक उच्च पदस्थ भारतीय राजनयिक को निष्कासित कर दिया था.


ये घटनाक्रम कनाडा के प्रधान मंत्री जस्टिन ट्रूडो द्वारा सोमवार को संसद में एक बयान में भारत सरकार पर निज्जर की हत्या में शामिल होने का इल्जाम लगाने के बाद सामने आया है. हालांकि, भारत ने कनाडा सरकार के उन दावों को खारिज कर दिया है कि खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में उसकी संलिप्तता थी.


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