MP News: मध्य प्रेदश के बीएम फॉर्मेसी कॉलेज के प्रिंसिपल विमुक्ता शर्मा को हाल ही में एक बच्चे ने आग लगा दी थी. आज शनिवार को वह जख्मों की ताब न ला सकीं और उन्होंने दम तोड़ दिया. विमुक्ता शर्मा को 20 फरवरी को आसुतोष श्रीवास्तव ने आग लगा दी थी. इसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था. चोइतराम अस्पताल में आज उनकी मौत हो गई. 


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पुलिस के मुताबिक आसुतोष श्रीवास्तव ने 20 फरवरी को विमुक्ता शर्मा के ऊपर कथित तौर से पेट्रोल डाल कर उनको आग के हवाले कर दिया था. हादसे में प्रिंसिपल 90 फीसद जल गईं थीं. इसके बाद प्रिंसिपल के सथियों ने उन्हें नजदीकी असपताल में भर्ती कराया था, जहां से उन्हें चोइतराम अस्पताल में भर्ती कराया गया था. हादसे में आरोपी का भी सीना और हाथ जल गया था. इल्जाम है कि प्रिंसिपल आसुतोष श्रीवास्तव को बी.फार्मा की मार्कशीट देने में देरी कर रही थीं.


मध्य प्रदेश के इंदौर में एक पुलिस सहायक उप-निरीक्षक को ड्यूटी में लापरवाही बरतने के आरोप में निलंबित कर दिया गया है. इस बीच, इंदौर प्रशासन ने आशुतोष श्रीवास्तव के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) की कार्यवाही शुरू कर दी है. 


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पुलिस अधीक्षक भागवत सिंह विरडे ने बताया कि "जांच के दौरान, हमने पाया कि फार्मेसी कॉलेज के अधिकारियों, महिला प्रिंसिपल और अन्य कर्मचारियों ने श्रीवास्तव के खिलाफ दो से तीन शिकायतें की थीं. उन्होंने दावा किया था कि आरोपी आत्महत्या की धमकी दे रहा था."


श्रीवास्तव, जो खुद विमुक्ता शर्मा को आग लगाने के दौरान झुलस गया था को शुक्रवार को अदालत में पेश किया गया और एक दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया. बीएम कॉलेज के परिवार के सदस्यों और कर्मचारियों ने आरोप लगाया है कि पुलिस की निष्क्रियता के कारण दुखद घटना हुई, क्योंकि आरोपी के खिलाफ पहले कई शिकायतें की गईं, लेकिन उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई.


इससे पहले आरोपी ने कॉलेज के प्रोफेसर को चाकू मारा था और कई मौकों पर कैंपस में हंगामा भी किया था. इसके अलावा कई बार कॉलेज प्राचार्य को धमकी भरे संदेश भी भेजे थे.


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