बलरामपुर: सनीचर के रोज़ दिल्ली से गिरफ्तार किए गए ISIS दहशतगर्द मामले में पुलिस तह तक छानबीन कर रही है. पुलिस जब उसे उसके आबाई शहर बलरामपुर लेकर पहुंची तो यहां होने वाले खुलासे हैरान कर देने वाले हैं. एक तरफ जहां दहशतगर्द के वालिद का कहना है कि उनका बेटा बहुत सीधा था तो उसकी अहलिया का कहना है कि इस बार उनकी गलती को माफ कर दिया जाए. 


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ISIS दहशतगर्द अबु युसुफ की बीवी ने बताया है कि लगभग दो साल से थोड़ा-थोड़ा कर के सामान (बारूद) लाते थे और एक खाली बक्से में रखते थे. मैं नहीं जानती कि इसकी ट्रेनिंग उन्होंने मोबाइल से ली या किसी और से और वो ये किसके लिए कर रहे थे.उन्होंने आगे कहा कि वो मेरे ऊपर सख्ती कर रहे थे कि किसी को मत बताना और मुझे इस बात का बहुत अफसोस है. मेरे चार बच्चे हैं, मैं बच्चों को लेकर कहां जाऊंगी. इस बार उनकी गलती को माफ कर दिया जाए. साथ ही युसुफ की बीवी ने यह भी बताया कि यूसुफ को बाबरी मस्जिद से कोई लगाव नहीं था. 


युसुफ के वालिद ने बताया कि अबु युसुफ की रीढ़ की हड्डी खिसकी हुई है जिसका 2 साल से लखनऊ में इलाज चल रहा है. वो जुमा को लखनऊ अपने मामा के बेटे की किडनी के इलाज के लिए गया था. उसने अपनी बहन को इत्तेला की थी कि वो उसके घर पर रुकेगा लेकिन वहां पहुंचा नहीं और उसका फोन बंद आने लगा. जिसके बाद मैंने उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट थाने में लिखवाई थी. मुझे कुछ पता नहीं था वरना उसको रोकता, घर से निकाल देता. अब तो जो भी करेगी पुलिस करेगी. मैं चाहता हूं कि एक मर्तबा उसे माफी दे दें और वो दोबारा करे तो कुछ भी कर दीजिएगा. उन्होंने आगे कहा कि हमें बेटे की करतूत पर अफसोस है. बुजुर्गों ने जो इज्ज़त कमाई थी उसे अबू यूसुफ ने मिट्टी में मिला दिया. वालिद के मुताबिक उन्होंने थाने में उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखवाई थी.


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