Israel Gaza War: इजराइल की तरफ से गाजा में किए गए हवाई हमले में 'वर्ल्ड सेंट्रल किचन' के छह अंतरराष्ट्रीय सहायताकर्मियों की मौत हो गई. जिन लोगों की मौत हुई है उसमें भारतीय मूल की एक महिला लालजावमी फ्रैंककॉम भी शामिल हैं. एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई. हमले के बाद चैरिटी ने गाजा में खाना बांटना बंद कर दिया है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

बेंजामिन ने कहा दुखद है घटना
इस हमले को इजरायल के प्रधानमंत्री ने दुखद बताया है. उन्होंने कहा है कि जंग में ऐसा होता रहता है. उन्होंने कहा कि "बदकिस्मती से बीते दिन एक दुखत घटना में हमारी सेना ने गाजा पट्टी में अंजाने में बेकसूर लोगों को निशाने पर ले लिया. जंग में ऐसा होता है. हम इस पर लगाम लगाएंगे. हम सरकारों से संपर्क में हैं और हर मुम्किन कोशिश करेंगे कि ऐसा दोबारा न हो."


4 करोड़ से ज्यादा पैकेट बांटे
वर्ल्ड सेंट्रल किचन चैरिसी संस्था का कहना है कि उन पर तब हमला किया गया जब वह खाना बांट रहे थे. मारे गए सात लोग ब्रिटेन, पोलैंड, ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका, कनाडा और फिलीस्तीनी इलाके के हैं. संस्था पिछले साल अक्टूबर से अब तक 4 करोड़ 20 लाख खाने के पैकेट बांट चुकी है. चैरिटी के फाउंडर जोजे अंड्रेस ने कहा कि इजरायल को खाने को बतौर हथियार इस्तेमाल करना बंद करना होगा.


इजरायल से मांगा जवाब
दुनिया के कई नेताओं ने हमले के बाद इजरायल से जवाब मांगा है. ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज ने तस्दीक की कि मारे गए लोगों में 43 साल के फ्रैंककॉम भी शामिल हैं और उन्होंने इजराइल सरकार से इस घटना की पूरी जिम्मेदारी लेने की मांग की. उन्होंने कहा, "वर्ल्ड सेंट्रल किचन के छह अंतरराष्ट्रीय हेल्पर जंग वाले इलाके गाजा में लोगों को राहत पहुंचाने के लिए अपनी मर्जी से काम कर रहे थे. यह कुबूल नहीं किया जा सकता कि इस जंग में उन लोगों को मार दिया गया. हम इसके लिए पूर्ण जवाबदेही की मांग करते हैं." 


भारतीय की मौत
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, ऑस्ट्रेलियाई पिता और मिजो मां से जन्मी फ्रैंककॉम युद्धग्रस्त उत्तरी गाजा के लोगों को राहत पहुंचाने के मिशन पर काम कर रही थीं, लेकिन सोमवार देर रात उनके काफिले पर किए गए इजराइली हवाई हमले में उनकी मौत हो गई. इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने भी स्वीकार किया कि ये हमला इजराइली बलों द्वारा किया गया था.