Israel Palestine War: हमास ने इजराइल पर 7 अक्टूबर को हमला किया था. इसके बाद इजराइल ने हमास पर जवाबी कार्रवाई की. इजराइल पर हमास के हमले की भारत समेत कई पश्चिमी देशों ने निंदा की है. इस बीच पीएम नरेंद्र मोदी ने इजराइली पीएम नेतन्याहू से फोन पर बात की है. इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि इस मुश्किल वक्त में भारत आपके साथ है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट कर लिखा, ''मैं पीएम नेतन्याहू का फोन करके हालात पर अपडेट देने के लिए धन्यवाद देता हूं. भारत के लोग इस मुश्किल घड़ी में इजरायल के साथ मजबूती से खड़े हैं. भारत आतंकवाद के सभी रूपों की कड़ी निंदा करता है.''


पीएम मोदी ने हमास के हमले को आतंकी हमला बताया था. उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर 7 अक्टूबर को लिखा था, ''इजरायल में हुए आतंकी हमले की खबर से स्तब्ध हूं. हमारी संवेदनाएं मृतकों के परिवार के साथ हैं.'' 


गौरतलब है कि आजादी के बाद से ही भारत का झुकाव अरब देशों की तरफ रहा है. 1947 में भारत ने यूएन में फिलिस्तीन के विभाजन का विरोध किया था और इजराइल को मान्यता देने से इनकार कर दिया था, लेकिन कई मुल्कों ने इजराइल को मान्यता थी. इसके बाद भारत ने 1950 में भारत ने भी इजराइल को मान्यता दे दी. यहीं से भारत और इजराइल की औपचारिक संबंधो की शुरूआत हुई थी लेकिन भारत हमेशा से इजराइल से दूरी बना कर रखता था. 


60 और 70 के दशक में भारत ने फिलिस्तीन के लोगों के प्रतिनिधि के रूप में अपना जुड़ाव विकसित किया था. इसके बाद 10 जनवरी 1975 को भारत ने वैध प्रतिनिधि के रूप में मान्यता दी और नई दिल्ली में एक स्वतंत्र एम्बेसी की अनुमति दी थी. इसके बाद से ही भारत हमेशा फिलिस्तीन का साथ देता रहा है, लेकिन जब से नरेंद्र मोदी सरकार ने सत्ता संभाली है तब से भारत की विदेश नीति में बदलाव देखने को मिला है. भारत पहले खुलकर इजराइल का समर्थन नहीं करता था, लेकिन आज पीएम मोदी ने फोन कर इजराइली पीएम से बात की है, और साफ किया है कि इस जंग में हिंदुस्तान इजराइल के साथ है. इससे जाहिर होता है कि भारत की विदेश नीति में बड़ा बदलाव हुआ है. 


Zee Salaam