कुर्बानी के बड़े जानवरों की खरीदो-फरोख्त में खलल डाल रही है पुलिस: जमीयत उलेमा ए हिंद
सैयद मोहम्मद उस्मान मंसूरपुरी ने कहा कि कुर्बानी इस्लाम का एक खास फरीज़ा है. इसमें किसी भी तरह का खलल पैदा न किया जाए.
नई दिल्ली/शोएब रज़ा: जमीयत उलेमा-ए-हिंद (महमूद मदनी ग्रुप) के सद्र मौलाना क़ारी सैयद मोहम्मद उस्मान मंसूरपुरी ने पुलिस पर इल्ज़ाम लगाते हुए कहा मुल्क के अलग अलग हिस्सों और खासकर उत्तर प्रदेश में क़ुर्बानी को लेकर ज़िला इंतेज़ामिया की जानिब से लोगों को परेशान किया जा रहा है. पुलिस जानवरों की खरीदो फरोख्त के मामले में दखल अंदाज़ी कर रही है. हमें कई मकामात से शिकायतें मौसूल हुई हैं कि पुलिस जानवरों को पकड़ कर ले जा रही है.
सैयद मोहम्मद उस्मान मंसूरपुरी ने कहा कि कुर्बानी इस्लाम का एक खास फरीज़ा है. इसमें किसी भी तरह का खलल पैदा न किया जाए. जमीयत ने कहा कि उन्हे तहरीरी तौर पर उत्तर प्रदेश के इलाकों से शिकायतें मिली हैं कि पुलिस जानवरों को पकड़ कर ले जा रही है. जमीयत ने इल्ज़ाम लगाया कि गाज़ीपुर, गाज़ियाबाद समेत कई जिलों से शिकायतें आ रही है कि वहां जिला इंतिजामिया ने बड़े जानवरों की क़ुर्बानी पर रोक लगा दी है. जमीयत ने सवाल किया कि आख़िर पुलिस ने किस कानून के तहत बड़े जानवरों पर पाबंदी लगाई है.
जमीयत ने हुकूमत से मांग की है कि इन मामलों पर हुकूमतें फौरन रोक लगाएं और इस बात को यकीनी बनाया जाए कि मुसलमान आसानी के साथ क़ुर्बानी जैसे अहम मज़हबी काम को पूरा कर सकें. सद्र जमीअत उलमा ए हिंद ने कहा कि सोशल डिस्टेंसिंग और क़ुर्बानी से मुतअल्लिक हुकूमत ने जो गाइडलाइंस जारी की है उस पर अवाम चल रही है. मुस्लिम लीडर और तंज़ीमें इससे मुतअल्लिक लोगों को लगातार बेदार कर रही हैं. जहां तक गाइडलाइंस की बात है तो इसमें कहीं भी बड़े जानवर की क़ुर्बानी पर पाबंदी नहीं है.
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