Jammu-Kashmir: नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता मोहम्मद अकबर लोन ने कथित तौर पर जम्मू-कश्मीर विधानसभा में 'पाकिस्तान जिंदाबाद' के नारे लगाए थे. अब यह मामला तूल पकड़ता जा रहा है. मरकजी सरकार ने सोमवार को सुप्रीम कोर्ट से दरख्वास्त की है कि अकबर लोन, जिन्होंने कथित तौर पर जम्मू-कश्मीर विधानसभा में 'पाकिस्तान जिंदाबाद' के नारे लगाए थे. उनको हलफनामा दाखिल करना चाहिए कि वह भारत के संविधान के प्रति वफादार हैं, और आतंकवाद की मुखालिफत करते हैं. 


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केंद्र की तरफ से पेश सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने मुख्य न्यायाधीश डी.वाई. के सामने दलील दी. चंद्रचूड़ की अगुवाई वाली संविधान पीठ ने कहा, "अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के खिलाफ दायर याचिकाओं में लोन मुख्य याचिकाकर्ताओं में से एक हैं."


मेहता ने कहा, "प्रमुख याचिका में मुख्य याचिकाकर्ता के जिरिए सदन में 'पाकिस्तान जिंदाबाद' कहना गंभीर मामला है. वह विधानसभा में पाकिस्तान जिंदाबाद का नारा लगाने के लिए माफी मांगें "


नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता मोहम्मद अकबर लोन 2002 से 2018 तक विधायक रहे हैं. उन पर इल्जाम है कि जम्मू-कश्मीर विधानसभा में 'पाकिस्तान जिंदाबाद' के नारे लगाए थे. मामला तूल पकड़ा तो माफी मांगने से भी इनकार कर दिया था. 11 फरवरी के अखबार की एक रिपोर्ट की प्रति सुप्रीम कोर्ट में रखी गई है, जिसमें लिखा है कि जब भाजपा के विधायकों ने पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाए थे, तो इसके बाद अकबर लोन ने भी पाकिस्तान के सपोर्ट में नारे लगाए. लोन इस समय नेशनल कॉन्फ्रेंस के सांसद हैं. 


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