Jharkhand Assembly Elections 2024: झारखंड में चुनाव की रणभेरी बजने के बाद सभी सियासी पार्टियों अपनी अपनी तैयरियों में जुटी हुई हैं. झारखंड की 81 विधानसभा सीटों पर इस बार दो चरणों में चुनाव होगा, इन सीटों में से कई सीटें ऐसी हैं, जिस पर सत्तारूढ़ गठबंधन और एनडीए सीधी लड़ाई है. आज हम इस स्टोरी में आपको उन्हीं आठ हॉट सीट के बारे में बताएंगे.


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हेमंत सोरेन ( Hemanrt Soren JMM ) 
सबसे पहले बात करेंगे बरहेट विधानसभा सीट की. यहां से  झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन तीसरी बार चुनावी मैदान में ताल ठोक रहे हैं. यानि इस सीट से हैट्रिक लगाने के  इरादे के साथ मैदान में उतरेंगे. पिछले 2019 के विधानसभा चुनाव में हेमंत सोरेन को 73,725 वोट मिले थे, जबकि माल्टो को 47,985 वोटों से संतोष करना पड़ा था. वहीं, तीसरे पायदान पर जेवीएम (पी) के होपना टुडू को सिर्फ 2,622 वोट मिले थे.


2014 में हेमंत सोरेन को 62, 515 मत मिले थे, यानि 2019 में हेमंत का ग्राफ बढ़ा. करीब 10  हजार वोट ज्यादा मिले. 2014 के चुनाव में भाजपा के हेमलाल मुर्मू को 38,428 वोट मिले थे. तब साइमन माल्टो जेवीएम (पी) में थे और उन्होंने 14,161 वोट हासिल किए थे. हेमंत 2014 में दुमका विधानसभा सीट से भी चुनाव लड़े थे, लेकिन वहां से लुईस मरांडी के हाथों करारी शिकस्त मिली थी.


कल्पना सोरेन के नाम पति से ज्यादा संपत्ति  
गांडेय विधानसभा सीट से जेएमएम ने सीएम हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन को टिकट दिया है. 2019 के विधानसभा चुनाव में जेएमएम नेता सरफराज अहमद ने यहां से जीत दर्ज की थी, उन्होंने भाजपा प्रत्याशी जय प्रकाश वर्मा को हराया था. हालांकि, बाद में उन्होंने ये सीट कल्पना सोरेन के लिए छोड़ दी.


कल्पना ने साल 2024 में हुए उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी को 27 हजार से ज्यादा वोटों शिकस्त दी थी. चुनाव आयोग को दी गई जानकारी के मुताबिक हेमंत सोरेन से ज्यादा की प्रोपर्टी की मालकिन कल्पना सोरेन हैं. जिनके पास न सिर्फ अपने पति से ज्यादा नगद, चल और और संपत्ति है बल्कि निवेश के मामले में भी वो पति हेमंत से कहीं आगे हैं. भारत निर्वाचन आयोग को दिए शपथ पत्र के मुताबिक,  हेमंत सोरेन की टोटल प्रोपर्टी 2.59 करोड़ रुपये से ज्यादा है तो कल्पना सोरेन के पास 5.54 करोड़ रुपये की संपत्ति है.


चंपई सोरेन ( Champai Soren BJP )
हेमंत सोरेन के जेल जाने के बाद कोल्हान के 'टाइगर' के नाम से मशहूर चंपई सोरेन को राज्य की कमान सौंपी गई. लेकिन जैसे ही जूनियर सोरेन लौटे उन्हें अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा. इसके बाद उन्होंने जेएमएम का दामन छोड़कर बीजेपी शामिल हो गए. इस बार वो सरायकेला से बीजेपी के टिकट पर चुनावी समर में हैं.  साल 2019 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने जेएमएम के टिकट पर चुनाव लड़ा था और भाजपा उम्मीदवार को मात दी थी.


कोल्हान जिले में टोटल 14 सीटें हैं. पिछले 2019 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी इनमें से एक सीट पर भी जीत हासिल नहीं कर पाई थी. लेकिन,  इस बार चंपई के दम पर बीजेपी को यकीन है कि खाता खुलेगा. वो इसलिए भी क्योंकि कई सीटों पर भारतीय जनता पार्टी दूसरे नंबर पर थी और बहुत कम वोटों के अंतर से कुछ सीटों पर चुनाव हारी थी.


सरयू राय ( Saryu Roy Jamshedpur )
झारखंड के 'चाणक्य' से प्रख्यात सरयू राय इस बार जमशेदपुर पश्चिम से चुनाव लड़ेंगे. इससे पहले वो साल 2019 के विधानसभा चुनाव में जमशेदपुर पूर्वी विधानसभा सीट से चुनाव लड़े थे. उन्होंने 2019 के चुनाव में तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुबर दास को हराया था. उन्होंने रघुब दास को 15,833 वोटों के अंतर से मात दी थी.


बाबूलाल मरांडी ( Babulal Marandi ) 
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष व झारखंड के पूर्व सीएम बाबूलाल मरांडी इस बार भी धनवार विधानसभा सीट से चुनावम मैदान में ताल ठोक रहे हैं. पिछले 2019 के झारखंड विधानसभा चुनाव में उन्होंने 17,550 वोटों से जीत दर्ज की थी।. लेकिन इससे पहले साल 2014 के विधानसभा चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था. 


बन्ना गुप्ता ( Banna Gupta )
झारखंड की जमशेदपुर पश्चिम विधानसभा सीट बंटवारे में कांग्रेस के खाते में आई है. कांग्रेस ने यहां से मौजूदा विधायक बन्ना गुप्ता को मैदान में उतारा है. 2019 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने इसी सीट पर 20 हजार से ज्यादा वोटों के साथ जीत हासिल की थी. हालांकि, इस बार बन्ना गुप्ता के सामने सरयू राय कड़ी चुनौती पेश कर रहे हैं.


सुदेश महतो ( Sudesh Mahto )
झारखंड की  सियासत में अलग पहचान रखने वाले आजसू नेता सुदेश महतो 2024 के विधानसभा चुनाव में सिल्ली सीट से चुनाव मैदान में हैं. उन्होंने इस सीट से 2019 के विधानसभा चुनाव में 20,195 वोटों से जीत दर्ज की थी. वह झारखंड के पूर्व डिप्टी सीएम भी रहे हैं. उन्होंने लगातार चार बार 2000, 2005, 2009 और 2019 सिल्ली सीट जीत दर्ज की है.


सीता सोरेन (  Sita Soren )
हेमंत सोरेन की भाभी सीता सोरेन इस बार फिर से भाजपा के टिकट पर जामताड़ा सीट से चुनावी मैदान ताल ठोंक रही हैं. इसी साल उन्होंने जेएमएम से इस्तीफा दे दिया था. जामताड़ा से वह लगातार तीन बार विधायक चुनी जा रही हैं. वे शिबू सोरेन के बेटे दुर्गा सोरेन की विधवा हैं. 2019 के चुनाव में उन्होंने जेएमएम के टिकट पर लड़ते हुए बीजेपी उम्मीदवार सुरेश मुर्मू को कांटे के मुकाबले में 2, 426 वोटों के अंतर से पराजित किया था. सीता सोरेन को 60,925 वोट, जबकि भाजपा उम्मीदवार को 58,499 मत मिले थे. सीता सोरेन के खिलाफ यहां से कांग्रेस ने हेमंत सरकार के मंत्री इरफान अंसारी को टिकट दिया है.