Jharkhand News:  झारखंड मुक्ति मोर्च (JMM) के नेता व हेमंत सरकार के मंत्री हफीजुल हसन फिर से विवादों में घिरते हुए नजर आ रहे हैं. 'बिस्मिल्लाह' विवाद के बाद अब राष्ट्रगान के अपमान को लेकर विवादों में घिर गए हैं.  भाजाप ने मंत्री के खिलाफ राष्ट्रगान के अपमान का आरोप लगाते हुए रांची के अरगोड़ा थाने में FIR दर्ज कराने का आवेदन दिया है.


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शिकायतकर्ता व भाजपा नेता राहुल कुमार दुबे ने लिखित शिकायत में कहा, "8 जुलाई, 2024 को राजभवन में मंत्रियों के शपथ ग्रहण समारोह के बाद जब राष्ट्रगान चल रहा था, तब नवनियुक्त मंत्री हफीजुल हसन ने अमर्यादित आचरण कर इसका अपमान किया."


शिकायत में आगे कहा कहा गया है, "शपथ ग्रहण समारोह का प्रसारण कई वीडियो प्लेटफॉर्म और चैनलों पर हुआ है, जिसमें मंत्री हफीजुल हसन राष्ट्रगान के दौरान सावधान की मुद्रा में खड़े रहने के बजाए अपना गमछा और बंडी ठीक कर रहे हैं."
 
क्या है बिस्मिल्लाह विवाद?
मंत्री हफीजुल हसन ने 8 जुलाई को शपथ लेने के दौरान 'बिस्मिल्लाहिर रहमानिर रहीम' पढ़कर शपथ लिया था, जिसके बाद भाजप ने इस पर आपत्ति जताते हुए विरोध किया. बीजेपी नेता अमर कुमार बाउरी और मुख्य सचेतक विरंची नारायण ने इसे गैर संवैधानिक बताते हुए राज्यपाल से मुलाकात की और ज्ञापन सौंपकर कार्रवाई की मांग की थी.


कौन हैं  हफीजुल हसन
JMM नेता हफीजुल हसन मधुपुर विधानसभा क्षेत्र से मौजूदा विधायक हैं. वह झारखंड के दिग्गज नेता व पूर्व मंत्री हाजी हुसैन अंसारी बेटे हैं. साल 2021 में हाजी हुसैन के इंतकाल के बाद बेटे ने पिता की सियासत आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी उठाई.  वो 2021 में हुए उप चुनाव में जीतकर विधानसभा पहुंचे और तब से लेकर तीन बार मंत्री पद की शपथ ले चुके हैं.     


50 साल के हफीजुल हसन माइनिंग सर्वे में डिप्लोमाधारी का कद मौजूदा सरकार में काफी बढ़ गया है. यही कारण है कि हेमंत के करीबी कहे जाने वाले हफीजुल हसन को कई मंत्रालयों की जिम्मेदारी सौंपी गई है. JMM नेता के पास खेल मंत्री के अलावा अल्पसंख्यक कल्याण, पंजीकरण, शहरी विकास, पर्यटन और खेल और युवा मामले की जिम्मेदारी है.