Kangana Ranaut का बयान BJP को बिलकुल नहीं आया रास, गौरव भाटिया ने दी सफाई
Kangana Ranaut Statement: मंडी से बीजेपी एमपी कंगना रनौत ने ऐसा बयान दिया है जो बीजेपी को खुद पसंद नहीं आ रहा है. पार्टी के स्पोकपर्सन ने एक वीडियो जारी करते हुए उनके बयान से किनारा किया है.
Kangana Ranaut Statement: मंडी से भारतीय जनता पार्टी की एमपी कंगना रनौत के एक बयान ने काफी विवाद खड़ा कर दिया है. उन्होंने सुझाव दिया कि लंबे वक्त तक किसानों के विरोध के बाद निरस्त किए गए तीन कृषि कानूनों को वापस लाया जाना चाहिए. अभिनेत्री से नेता बने अभिनेता की टिप्पणी ने विपक्ष को नाराज कर दिया. इसके साथ ही बीजेपी को भी उनका यह बयान कुछ खास पसंद नहीं आया.
बीजेपी ने जारी किया बयान
बीजेपी स्पोकपर्सन गौरव भाटिया ने एक वीडियो मैसेज में कहा कि वह कंगना रनौत का पर्सनल स्टेटमेंट था. वे पार्टी के फार्म बिल पर स्टैंड को नहीं दर्शाता है. गौरव भाटिया ने कहा, "सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर केंद्र सरकार के जरिए वापस लिए गए कृषि बिलों पर भाजपा सांसद कंगना रनौत का बयान वायरल हो रहा है. मैं यह स्पष्ट करना चाहता हूं कि यह बयान उनका निजी बयान है. कंगना रनौत भाजपा की ओर से ऐसा बयान देने के लिए अधिकृत नहीं हैं और यह कृषि बिलों पर भाजपा के दृष्टिकोण को नहीं दर्शाता है. हम इस बयान को अस्वीकार करते हैं."
बीजेपी प्रवक्ता के बयान पर दी प्रतिक्रिया
बीजेपी स्पोकपर्सन पर प्रतिक्रिया देते हुए कंगना रनौत ने इस बात को कबूल किया कि यह उनका निजी विचार है. कंगना रनौत ने सोशल मीडिया पर लिखा,"बिल्कुल, किसान कानूनों पर मेरे विचार निजी हैं और वे उन विधेयकों पर पार्टी के रुख का प्रतिनिधित्व नहीं करते हैं, धन्यवाद,"
इससे पहले कंगना ने कुछ ऐसा कहा था
इससे पहले अभिनेता से नेता बने सिद्धू ने मीडिया से कहा था, "मुझे पता है कि यह बयान विवादास्पद हो सकता है, लेकिन तीनों कृषि कानूनों को वापस लाया जाना चाहिए. किसानों को खुद इसकी मांग करनी चाहिए." यह बयान विपक्ष को पसंद नहीं आया और पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा ने अभिनेत्री की आलोचना करते हुए उन्हें "आदतन विवादास्पद" कहा.
कांग्रेस लीडर ने कहा,"मुझे लगता है कि वह मानसिक रूप से अस्थिर हैं. कुछ लोग विवाद पैदा करने के आदी हैं और उनके बयानों से भाजपा को फ़ायदा मिलता है. वह किसानों, पंजाब, आपातकाल और राहुल गांधी के बारे में बात करती हैं. ऐसे कई सांसद हैं जो कभी ऐसी टिप्पणी नहीं करते हैं."