Kanhaiya Kumar on Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव को लेकर बिहार में विपक्षी गठबंधन में सीटों के बंटवारे पर सहमति बनने के बाद भी कांग्रेस के दो नेताओं की चर्चाएं इस वक्त सबका ध्यान खींच रही है.  ये दोनों नेता पप्पू यादव और कन्हैया कुमार हैं. पप्पू यादव को उम्मीद थी कि पूर्णिया की सीट कांग्रेस की खाते में आएगी, लेकिन ये सीट राजद खाते में चली गई. जिसके बाद पप्पू यादव ने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर यहां नामांकन कर दिया है.


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वहीं, दूसरी तरफ कन्हैया कुमार को लेकर ये कहा जा रहा था कि वो इस बार भी बेगुसराय सीट से कांग्रेस की टिकट पर चुनावी मैदान में उतरेंगे. लेकिन ये सीट भी कांग्रेस के हाथ से सीपीआई के पास चली गई.


हालांकि, कन्हैया कुमार को लेकर कुछ दिनों से ये कयास लगाया जा रहा है कि पार्टी उसे दिल्ली के किसी भी सीट से प्रत्याशी बना सकती है. वहीं, इस मामले पर अब कन्हैया कुमार ने कहा है कि कोई भी आदमी इस रास्ते पर दोबारा चलना चाहता है, जिसपर वह पहले भी चल चुका हो. उन्होंने कहा, "जब मैं पहली बार दिल्ली आया तो मैं काफी नर्वस था. इसलिए अनजाना सा भय हमेशा रहता है. आपके अपने पैतृक स्थान से आपका भावनात्मक जुड़ाव रहता है. यही वजह है कि आप सहज महसूस करते हैं. लेकिन जहां तक सियासत के मैदान की बात है, तो खुद को एक जगह तक सीमित नहीं देखता."  


कन्हैया ने इशारों में सस्पेंस किया खत्म 
कन्हैया कुमार ने आगे कहा कि वह सियासत में अपने स्वार्थ के लिए नहीं बल्कि कई मुद्दों और कारणों के लिए हैं. इसलिए देश की 543 सीट एक समान है. उन्होंने कहा, "पार्टी ने मुझे चुनाव लड़ने कहा तो मेरे लिए 543 सीट एक जैसी है."


दिल्ली के इस सीट कन्हैया लड़ सकते हैं चुनाव 
उल्लेखनीय है कि कन्हैया कुमार को बेगुसराय से सीट से 2019 के लोकसभा चुनाव में निराशा हाथ लगने के बाद ये कयास लगाया जा रह है कि पार्टी उसे दिल्ली में इंडिया गठबंधन के तहत आम अदमी पार्टी से मिले तीन सीटों में से किसी एक पर उतार सकती है. माना जा रहा है कि कांग्रेस उन्हें उत्तर-पूर्वी दिल्ली चुनावी अखाड़े में बीजेपी कैंडिडेट मनोज तिवारी के खिलाफ उतार सकती है. अगर पार्टी कन्हैया कुमार के नाम पर फाइनल मुहर लगाती है, तो उत्तर-पूर्वी दिल्ली सीट पर दिलचस्प मुकाबला देखने को मिल सकता है.