Karnataka News: कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और जनता दल के वरिष्ठ नेता एचडी कुमारस्वामी ने शुक्रवार को विधानसभा में चौंकाने वाला दावा किया है. दावा करते हुए कहा कि उन्हें 2019 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा फुलटाइम मुख्यमंत्री पद की पेशकश की गई थी. लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि उन्होंने तब इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया था. क्योंकि केवल कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन सरकार के प्रति वफादार बने रहना चाहते थे. कर्नाटक में 2018 में विधानसभा का चुनाव हुआ था. इस चुनाव में किसी भी पार्टी को बहुमत नहीं मिली थी. जेडीएस नेता एचडी कुमारस्वामी के नेतृत्व में कांग्रेस और जेडीएस की सरकार बनी थी.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

कुमारस्वामी के भाजपा के विपक्षी नेता होने के बारे में सीएम सिद्धारमैया के तंज का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि "मुझे आज कुछ खुलासा करने दीजिए. 2019 में लोकसभा चुनाव से ठीक 15 दिन पहले मुझे पीएम नरेंद्र मोदी ने एक घंटे की बैठक के लिए बुलाया था. उन्होंने मुझे भाजपा के साथ हाथ मिलाने के लिए आमंत्रित किया. जिसके लिए मुझे अगले चार वर्षों के लिए फुलटाइम सीएम पद की पेशकश की गई. मैंने ऐसा करने से इनकार कर दिया क्योंकि जेडीएस पहले से ही कांग्रेस पार्टी के साथ गठबंधन में थी. मैं नहीं चाहता था कि मेरी प्रतिष्ठा ख़राब हो."


आपको बता दें कि एचडी कुमारस्वामी ने जेडीएस को बीजेपी की बी टीम बताने के लिए भी कांग्रेस पार्टी की आलोचना की है. एक जेडीएस नेता ने कहा कि "हमें भाजपा की बी टीम कहकर, यह आप (कांग्रेस पार्टी) हैं जो हमें उस पार्टी की ओर धकेल रहे हैं. आधारहीन दावों को रोका जाना चाहिए." 


चूंकि बीजेपी ने अभी तक कर्नाटक में विपक्ष के नेता (LOP) की घोषणा नहीं की है. मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने विपक्षी पार्टी पर हमला किया और कहा कि "पार्टी राजनीतिक रूप से दिवालिया हो गई है. उन्होंने कहा कि आप दावा करते हैं कि भाजपा अनुशासन वाली पार्टी है और फिर भी आप विपक्ष का नेता नियुक्त नहीं कर सके. मुझे नहीं पता था कि बीजेपी राजनीतिक रूप से इतनी दिवालिया हो जाएगी. मुझे लगता है कि आपने एचडी कुमारस्वामी को विपक्ष का नेता बनाने का फैसला किया है."


Zee Salaam