Karnataka news: कर्नाटक में सिद्धारमैया के नेतृत्व वाली नई सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के संस्थापक केशव बलिराम हेडगेवार और हिंदुत्व विचारक वीडी सावरकर समेत अन्य लोगों पर केंद्रित अध्यायों को किताबों से हटा दिया है. कैबिनेट ने 25 जून को वर्तमान शैक्षणिक वर्ष के लिए राज्य में कक्षा 6 से 10 तक की कन्नड़ और सामाजिक विज्ञान की पाठ्यपुस्तकों के पाठ्यक्रम में संशोधन को मंजूरी दी है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

कर्नाटक सरकार के कैबिनेट ने फैसला लिया है कि इस संशोधन में इंदिरा गांधी को लिखे गए नेहरू के पत्रों, समाज सुधारक सावित्रीबाई फुले, और डॉक्टर बीआर आंबेडकर पर कविता को पाठ्यक्रम में शामिल किया जाएगा.और बीजेपी के पिछली सरकार में नये परिवर्तन को हटाया जाएगा.और मंत्रिमंडल ने यह भी फैसला लेते हुए कहा कि सभी स्कूलों और कॉलेजों में रोजाना संविधान की प्रस्तावना के पाठ को अनिवार्य किया जाएगा.


कर्नाटक के शिक्षा मंत्री ने क्या कहा?
कर्नाटक के शिक्षा मंत्री मधु बंगारप्पा ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि हमारी सरकार केबी हेडगेवार पर सिलेबस हटा दिया गया है. पिछले वर्ष पिछली सरकार ने जो भी बदलाव किए थे. हमने उन्हें बदल दिया है और पिछले से पिछले वर्ष जो कुछ भी था उसे फिर से शुरू किया है.


डायबिटीज मरीज खाने में क्या खाएं और क्या नहीं जानें 



 पूर्व शिक्षा मंत्री बीसी नागेश ने लगाया ये आरोप
हेडगेवार से संबंधित अध्याय हटाने पर पूर्व शिक्षा मंत्री बीसी नागेश ( BC Nagesh ) ने कर्नाटक के शिक्षा मंत्री मधु बंगारप्पा ( Madhu Bangarappa ) के बयान पर कहा कि सिद्धारमैया की सरकार हिंदुओं के खिलाफ है.
और बीसी नागेश ने कहा कि मुस्लिमों के वोट चाहते हैं. और मूल रूप से  सिद्धारमैया की सरकार हिंदुओं के खिलाफ है. और नागेश ने कहा कि ये सराकार हिंदुओं के लिए नहीं है. निश्चित रूप से हमने अपनी संस्कृति को बचाने के लिए जो कुछ भी किया है.वे उसके खिलाफ जा रहे हैं.


नागेश ने और आगे कहा कि कांग्रेस हमेशा मुसलमानों का वोट लेने लिए कभी गौहत्या पर बोलते हैं तो कभी हिजाब पर और कांग्रेस का सरकार ने ये वादा किया है कि हं हिजाब लाने जा रहे हैं.ये सभी बातें इसलिए करते हैं क्यों कि  
अल्पसंख्यक मतदाताओं को आकर्षित कर सके.