Karnataka News: कर्नाटक परीक्षा प्राधिकरण (केईए) ने राज्य में विभिन्न बोर्डों और निगमों के आने वाली भर्ती परीक्षाओं के दौरान किसी भी तरह से सिर ढकने पर रोक लगा दी है. समाचार एजेंसी एएनआई ने बताया कि ऑथोरिटी ने परीक्षा हॉल के अंदर फोन और ब्लूटूथ इयरफ़ोन जैसे किसी भी तरह के इलेक्ट्रॉनिक गैजेट पर भी रोक लगाई है. जिससे एक बार फिर हिजाब को लेकर विवाद होने का खतरा बढ़ता दिख रहा है.


किन चीजों की है इजाजत


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हालांकि, KEA ने दक्षिणपंथी संगठनों के विरोध के बाद मंगलसूत्र और बिछिया पहनने की अनुमति दे दी है. केईए ने पूरे राज्य में 18 और 19 नवंबर को होने वाली भर्ती परीक्षाओं के लिए ड्रेस कोड का ऐलान किया है. अथॉरिटी का कहना है कि यह एग्जाम में चीटिंग को रोकने की कोशिश है. इससे पहले, कर्नाटक सरकार ने उम्मीदवारों को केईए के जरिए आयोजित भर्ती-संबंधित परीक्षाओं में उपस्थित होने के दौरान हिजाब पहनने की अनुमति दी थी. पांच निगमों में रिक्त पदों को भरने के लिए 28 और 29 अक्टूबर को परीक्षा आयोजित की गई थी.


हिजाब विवाद का जन्म!


हिजाब विवाद जनवरी 2022 में तब भड़का जब उडुपी के सरकारी पीयू कॉलेज ने कथित तौर पर हिजाब पहनने वाली छह लड़कियों को दाखिल होने पर रोक लगा दी. जिसके बाद लड़कियों ने कॉलेज के बाहर विरोध प्रदर्शन किया. उसके बाद, उडुपी के कई कॉलेजों के लड़के भगवा स्कार्फ पहनकर क्लास में जाने लगे. विरोध राज्य के दूसरे हिस्सों में भी फैल गया, जिससे कर्नाटक में कई स्थानों पर विरोध प्रदर्शन और आंदोलन हुए.