तिरुवनंतपुरमः लक्षद्वीप के प्रशासक प्रफुल्ल पटेल और केंद्र सरकार पर कमेंट कर देशद्रोह का मुकदमा झेल रहीं मॉडल, एक्ट्रेस और फिल्म प्रोडयूसर आयशा सुल्ताना को केरल हाईकोर्ट से राहत मिली है. हाईकोर्ट ने उन्हें अग्रिम जमानत दे दी है. इससे पहले कोर्ट ने अपना हुक्म महफूज रखते हुए अंतरिम जमानत के तौर पर आयशा सुल्ताना को एक हफ्ते की राहत दी थी. आयशा सुल्ताना ने एक टीवी डिबेट में लक्षद्वीप प्रशासक प्रफुल्ल पटेल के फैसलों की जमकर मजम्मत की थी, जिसके बाद आयशा पर राजद्रोह का आरोप लगाया गया है. 

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अभिनेत्री पर क्यों लगा है देशद्रोह का इल्जाम 
दरअसल, आयशा सुल्ताना ने प्रशासक प्रफुल्ल खोड़ा पटेल की कोरोना को लेकर मजम्मत की थी. उन्होंने प्रफुल्ल पटेल को मरकजी हुकूमत के जरिए लक्ष्यद्वीप में भेजा गया एक ’बायो वेपन’ बताया था. आयशा ने एक चैनल पर डिबेट के दौरान कहा था कि लक्षद्वीप में कोविड-19 के जीरो मामले थे. अब ये बढ़कर रोजाना 100 हो गए हैं. मैं साफ तौर पर कह सकती हूं कि मरकजी हुकूमत ने बायो वेपन तैनात किया है. इसके बाद लक्षद्वीप के भाजपा अध्यक्ष सी अब्दुल खादर हाजी ने आयशा के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी. उन्होंने इल्जाम लगाया था कि आयशा की यह तंकीद राष्ट्र विरोधी है और इससे मरकजी हुकूमत की इमेज खराब हुई है. उनका कहना था कि आयशा से बायो वेपन प्रफुल खोड़ा पटेल को कहा है. प्रफुल्ल खोड़ा पटेल को दिसंबर में लक्षद्वीप का प्रशासक बनाया गया है, इसके बाद उनके कुछ फैसलों की वजह से लक्षद्वीप की अवाम का काफी मुखलफत का सामना करना पड़ रहा है.


 कौन है आयशा सुल्ताना
आयशा सुल्ताना लक्षद्वीप की निवासी है. वह चेटियाथ द्वीप पर रहती हैं. वह एक सोशल एक्टिविस्ट के साथ ही मॉडल, अभिनेत्री और एक फिल्म प्रोड्यूसर भी हैं. उन्होंने मलयालम फिल्म इंडस्ट्री में कई डायरेक्टर्स के साथ काम किया है. आयशा ने मलयालम फिल्म ’’केटोयोलानु एंते मालाखा’’ में असोसिएट डायरेक्टर के तौर पर काम किया है. फेसबुक पर आयशा सुल्ताना के 1.1 मिलियन फॉलोअर्स हैं. इस पूरे मामले पर प्रतिक्रिया देते हए आयशा ने कहा था कि सच्चाई की जीत होगी. मैं अपनी लड़ाई जारी रहूंगी. मैं किसी से डरती नहीं हूं.