कोरोना ने दी फिर दस्तक; सब-वेरिएंट JN.1 कितना खतरनाक?
कोरोना का नया वेरिएंट सबसे पहले लक्ज़मबर्ग में मिला था. लेकिन अब इसके पॉजिटिव मरीज आइसलैंड, इंग्लैंड, फ्रांस, और अमेरिका में भी मिल चुके है. एक्सपर्टस के अनुसार ये तेज़ी से फैल रहा है और इसलिए सावधान रहना बेहद जरुरी है.
Covid-19: वायरल बीमारियों के साथ सबसे बड़ी दिक्कत यही है कि वो कभी पूरी तरह से खत्म नहीं होतीं हैं. बल्कि नई शक्ल में म्यूटेट होकर वापस आती रहती हैं. इसको साइंस की लैंगुएज में म्यूटेशन कहा जाता है. कोरोना को लेकर एक बार फिर खतरे की घंटी बज गई है. एक बार फिर कोरोना वायरस म्यूटेट होकर नए वेरिएंट के रुप में वापस आ गया है, जिसका नाम है JN.1. खबरों के मुताबिक ये वेरिएंट BA.2.86 का ही एक प्रकार है. इसको लेकर देश के सभी राज्यों में मॉक ड्रिल चल रहा है.
सिंगापुर में मिला पहला केस
इस नए वेरिएंट का पहला केस सिंगापुर में एक भारतीय यात्री में पाया गया है. उसने 25 अक्टूबर को सिंगापुर का सफर किया था. केरल में भी एक 79 साल की एक महिला में कोरोना के नए वेरिएंट की पुष्टि हुई है. 18 नवंबर लिए गए महिला के सैंपल में कोविड नए वेरिएंट jn1 की पुष्टी हुई है. केरल और तमिलनाडु में इस वेरिएंट के कुछ मरीज पाए गए हैं. बता दें सरकारी सूत्रो के मुताबिक फिलहाल घबराने की जरूरत नहीं है.
JN.1 वेरिएंट के लक्षणों को कैसे पहचाने
CDC के मुताबिक फिलहाल इस बात का पता नहीं है कि कोरोना के पुराने वेरिएंट के लक्षणों से JN.1 वेरिएंट लक्षण अलग-अलग होते हैं या नहीं. वैसे तो COVID-19 के लक्षण कई प्रकार के होते हैं. डाक्टर्स के मुताबिक लक्षणों के प्रकार और वे कितने खतरनाक हैं, यह ज्यादातर व्यक्ति की इम्युनिटी पर डिपेंड करता है कि उसको किस प्रकार लक्षणों से डरने की जरूरत है किस्से नहीं. कोरोना के लक्षणों में आपको खासी सर्दी जुखाम या नाक से खुशबू न आने जैसे लक्षण दिखाई दे सकते हैं. बता दें वायरल बुखार की मार झेल रहे भारत में नए म्यूटेशन का पता लगाना आसान नहीं होगा. इसलिए सर्दियों की आहट को समझते हुए किसी भी तरह के वायरल बुखार से खुद को बचा कर रखें.
कोरोना का नया वेरिएंट सबसे पहले लक्ज़मबर्ग में मिला था. लेकिन अब इसके पॉजिटिव मरीज आइसलैंड, इंग्लैंड, फ्रांस, और अमेरिका में भी मिल चुके है. एक्सपर्टस के अनुसार ये तेज़ी से फैल रहा है और इसलिए सावधान रहना बेहद जरुरी है.