Kisan Andolan: प्रदर्शन कर रहे किसानों को राज्य में एंट्री करने से रोकने के लिए हरियाणा पुलिस ने ड्रोन के जरिए आंसू गैस के गोले गिराए. पुलिस के द्वारा इस तरह के कार्रवाई को लेकर पंजाब की आम आदमी पार्टी सरकार ने बुधवार को आपत्ति जताई. पटियाला के डिप्टी कमिश्नर शौकत अहमद ने अंबाला के उपायुक्त शालीन के साथ राज्य के इलाके में प्रवेश करने से परहेज करने पर भी आपत्ति जताई.


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शौकत अहमद ने सिविल एडमिनिस्ट्रेशन से इस तरह के कृत्यों से परहेज करने और उन्हें अपने इलाके (हरियाणा) के अंदर ही प्रतिबंधित करने को कहा है. वहीं, इस मामले पर हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने कहा, "मुझे आश्चर्य है कि पंजाब सरकार ने एक नोटिस जारी कर हमसे अपनी सीमा पर ड्रोन न भेजने के लिए कहा है. इसका मतलब है कि वे चाहते हैं कि किसान दिल्ली में आतंक फैलाएं."


डीएसपी समेत 25 पुलिसकर्मी घायल हैं; अनिल विज 
उन्होंने आगे कहा, "किसान दिल्ली जाकर सरकार के प्रतिनिधियों से बातचीत करना चाहते हैं, लेकिन जब वे चंडीगढ़ आए तो किसान नेताओं ने उनसे बातचीत करने से इनकार कर दिया. अनिल विज ने कहा कि जब किसान अमृतसर से आगे बढ़ने लगे तो पंजाब सरकार ने उन्हें रोकने की कोशिश तक नहीं की. इससे ये साफ जाहिर होता है कि वे चाहते हैं कि किसान दिल्ली में आतंक पैदा करें. पथराव हो रहा है और हमारे एक Dy.SP समेत 25 पुलिस अफसर जख्मी हो गए हैं."


किसानों की ये है मांग
पंजाब और हरियाणा बॉर्डर पर बुधवार को दूसरे दिन भी भारी सुरक्षा बंदोबस्त जारी है. प्रदर्शन कर रहे किसान फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य यानी MSP की कानूनी गारंटी समेतत अधूरी मांगों पर अपना विरोध दर्ज कराने के लिए राजधानी दिल्ली की तरफ जाने पर अड़े हुए हैं. वहीं, पुलिस ने किसानों के विरोध प्रदर्शन को दिल्ली तक पहुंचने से रोकने के लिए  प्रदर्शनकारियों पर आंसू गैस का इस्तेमाल किया. इसके अलावा उनके बीच हुई पत्थरबाजी में कई पुलिसकर्मी और किसान जख्मी हो गए.