Kisan Andolan: शंभू बॉर्डर पर दागे गए आंसू गैस के गोले; पंढेर ने कहा आगे न बढ़ें किसान
Kisan Andolan: सरकार से बातचीत बेनतीजा रहने के बाद किसानों ने दिल्ली चलो मार्च शुरू किया है. ऐसे में किसानों में प्रदर्शन किया जिसे रोकने के लिए पुलिस ने आंसूगैस के गोले दागे.
Kisan Andolan: किसानों ने सरकार से चौथे दौर की बातचीत की लेकिन ये बेनतीजा रही. इसके बाद आज किसानों ने 'दिल्ली चलो' आंदोलन फिर से शुरू कर दिया. किसानों ने पहले ही कहा था कि अगर सरकार के साथ उनकी बातचीत बेनतीजा रहती है तो वह दोबारा प्रदर्शन करेंगे. ऐसे में आज दिल्ली पुलिस ने राष्ट्रीय राजधानी में सुरक्षा बढ़ा दी और सुरक्षाकर्मियों को टीकरी, सिंघू और गाजीपुर सीमाओं पर कड़ी निगरानी करने का निर्देश दिया है.
पंजाब-हरियाणा के शंभू बॉर्डर पर किसानों ने दिल्ली चलो के लिए प्रदर्शन किया. ऐसे में किसानों को काबू करने के लिए पुलिस ने उन पर आंसूगैस के गोले दागे हैं. किसानों पर आंसू के गोले ड्रोन द्वारा दागे गए हैं. पुलिस की कार्रवाई देख कर किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने किसानों से अपील की है कि वे आगे नहीं पढ़ें. पंढेर के मुताबिक अगर केंद्र सरकार एमएसपी की कानूनी गारंटी देती है, तो प्रदर्शनकारी आगे नहीं बढ़ेंगे.
एक दिन पहले प्रदर्शनरत किसानों ने सरकारी एजेंसियों द्वारा पांच साल तक दालें, मक्का और कपास न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर खरीदने के केंद्र के प्रस्ताव को खारिज कर दिया और अपना आंदोलन जारी रखने का ऐलान किया. कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए भारी सुरक्षा बल तैनात करने के बाद दिल्ली-गुरुग्राम, दिल्ली-बहादुरगढ़ और कई अन्य सड़कों पर यातायात बाधित रहा.
किसान नेताओं के साथ चौथे दौर की बातचीत में तीन केंद्रीय मंत्रियों की समिति ने रविवार को प्रस्ताव दिया था कि किसानों के साथ समझौता करने के बाद सरकारी एजेंसियां पांच साल तक दालें, मक्का और कपास एमएसपी पर खरीदेंगी. लेकिन, किसान नेताओं ने इस प्रस्ताव को यह कहते हुए खारिज कर दिया कि यह किसानों के हित में नहीं है. दिल्ली पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि तीन सीमाओं पर तैनात सुरक्षाकर्मियों को मंगलवार को चौकन्ना रहने को कहा गया. उन्होंने बताया कि यात्रियों को यातायात जाम का सामना करना पड़ सकता है. संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा ‘दिल्ली चलो’ मार्च का नेतृत्व कर रहे हैं.
दिल्ली और हरियाणा के दो सीमा बिंदू- टीकरी और सिंघू पर भारी संख्या में पुलिसकर्मियों और अर्द्धसैन्य बलों की तैनाती की गई है. सरहद को कई चरणों में कंक्रीट के अवरोधक और लोहे की कीलें लगाकर सील कर दिया गया है. गाजीपुर सीमा की दो लेन को भी कई चरणों में अवरोधक लगाकर और पुलिसकर्मियों को तैनात कर बंद कर दिया गया है.
एक अधिकारी ने बताया कि अगर जरूरत पड़ी तो गाजीपुर सीमा को बुधवार को भी बंद किया जा सकता है. पुलिस उपायुक्त (बाहरी) जिमी चिराम ने कहा कि दिल्ली-हरियाणा सीमा पर अर्द्धसैन्य कर्मियों के अलावा पर्याप्त बल तैनात किया गया है. एक अन्य अधिकारी ने बताया कि दिल्ली पुलिस शहर की सीमाओं पर ही किसानों को रोकने के लिए तैयार हैं. उन्होंने बताया कि सुरक्षा कर्मियों को एक भी प्रदर्शनकारी या वाहन को दिल्ली में प्रवेश न करने देने का निर्देश दिया गया है.