Kisan Mahapanchayat: आज भारी तादाद में किसान दिल्ली पहुंचने वाले हैं. रामलीला मैदान में गुरुवार की "किसान मजदूर महापंचायत" में शामिल होने के लिए पंजाब भर से बड़ी तादाद में किसान 800 से अधिक बसों, ट्रकों और कई ट्रेनों में सवार होकर बुधवार को दिल्ली को तरफ बढ़ना शुरू कर दिया. रिपोर्ट के मुताबिक 30 हजार से ज्यादा किसान दिल्ली के लिए कूच कर रहे हैं.


आज दिल्ली पहुंच रहे हैं किसान


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संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) को दिल्ली पुलिस और नगर निगम से 11 मार्च को सभा के लिए अनापत्ति प्रमाण पत्र मिल गया है. यह संगठन 37 कृषि संघों का एक समूह है, जिसने 22 फरवरी को चंडीगढ़ में एक बैठक में 'महापंचायत' का आह्वान किया था. बीकेयू (एकता-दकौंदा) के धनेर गुट के प्रमुख मंजीत धनेर, जो एसकेएम का हिस्सा है, उन्होंने कहा कि पंजाब से 30,000 से ज्यादा किसानों की दिल्ली पहुंचने की उम्मीद है.


पंजाब हरियाणा बॉर्डर पर जारी है धरना


बता दें, किसान फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर कानून बनाने और सभी किसानों के लिए पूर्ण कर्ज माफी सहित कई मांगे कर रहे हैं. “महापंचायत” ऐसे समय में की जा रही है जब किसान मजदूर मोर्चा (केएमएम) और एसकेएम (गैर-राजनीतिक) के बैनर तले दूसरे किसान संघ, एसकेएम से अलग हुए समूह, पंजाब के शंभू और खनौरी में धरना दे रहे हैं.


एसकेएम पर यकीन रखने वाले किसान नेताओं ने कहा कि हरियाणा और केंद्र की भाजपा सरकारें एक बड़े आयोजन के लिए रामलीला मैदान की ओर जा रहे किसानों के आंदोलन को बाधित नहीं कर रही हैं. उन्होंने कहा कि गुरुवार के मेगा कार्यक्रम के लिए इजाजत देना इस बात का संकेत है कि भाजपा नेतृत्व ने किसानों और किसान मजदूरों की एकता को स्वीकार कर लिया है.


बीकेयू (एकता-उगराहां) के महासचिव सुखदेव सिंह कोकरीकलां ने कहा कि 17 जिलों के संघ के स्वयंसेवक 'महापंचायत' के लिए आगे बढ़ने से पहले बुधवार शाम को झज्जर जिले के बहादुरगढ़ में रुकेंगे. उन्होंने कहा,"हमारे अधिकांश कार्यकर्ता किराए की बसों और ट्रकों से दिल्ली पहुंच रहे हैं, जबकि कुछ अन्य निजी वाहनों और ट्रेनों से पहुंच रहे हैं. कल, केंद्र सरकार के किसान विरोधी और कॉर्पोरेट समर्थक दृष्टिकोण के खिलाफ महापंचायत में देशव्यापी विरोध की घोषणा होने की संभावना है.


बीकेयू (एकता-दकौंदा) के धनेर गुट के अध्यक्ष मंजीत धनेर ने कहा कि तीनों इलाकों के 13 जिलों के कार्यकर्ता दिल्ली पहुंचने के लिए ट्रेनों में सवार हुए, जहां वे विभिन्न गुरुद्वारों में रुकेंगे. धनेर ने कहा,"गुरुवार शाम 4 बजे तक कार्यक्रम के समापन के बाद किसान पीछे हट जाएंगे. एसकेएम की छह सदस्यीय समिति ने डल्लेवाल और पंढेर के अलग हुए समूहों के साथ समन्वय स्थापित करने की कई कोशिश की. लेकिन, कोई फायदा नहीं हुआ. दिल्ली में महापंचायत में हिस्सा लेने के अलावा, हमारा गुट गुरुवार को बठिंडा में अंतरराज्यीय सीमा पर डूमवाली में भी धरना जारी रखेगा.”