Lakhimpur Kheri: उत्तर प्रदेश के लखीमपुरी खीरी की जेल में अपने भाई से मिलने गए चार साल के बच्चे के गलत बर्ताव करने की खबर मिल रही है. बताया जा रहा है कि उस 4 वर्षीय बच्चे के गाल पर जेल कर्मचारियों ने कथित तौर पर मुहर लगा दी. हालांकि पुलिस इस मामले से पीछो छुड़ाना चाह रही है. पुलिस ने कहा है कि जांच चल रही है.


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लखीमपुर खीरी जेल की सुपरिटेंडेंट विपिन कुमार मिश्रा ने कहा कि बंदियों को कैदियों से अलग करने के लिए सुधारकों पर नियमित रूप से मुहर लगाई जाती है. अधीक्षक ने कहा,"आम तौर पर, हमारे दो प्रवेश द्वारों पर दो टिकटें लगाई जाती हैं. यह संभावना है कि एक आगंतुक के तौर पर उसे सुनिश्चित करने के लिए दूसरे एंट्री गेट पर (लड़के पर) लाल मुहर लगाई गई थी. एक आगंतुक के हाथ पर लाल मोहर अंदर की तरफ लगाई जाती है." 


उन्होंने कहा कि यह भी हो सकता है कि बच्चे ने अपने मुहर लगे हाथ से अपने गाल को छुआ हो और गीले निशान से उसके चेहरे पर धब्बा लग गया हो. जेल सुपरिटेंडेंट ने आगे कहा, "हम इस मामले को देखेंगे. हम बच्चे के बयान लेने की प्रक्रिया में हैं. अगर यह पाया गया कि बच्चे के चेहरे पर जानबूझ कर मुहर लगाई गई है, तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी."


भगौतीपुर गांव में रहने वाला बच्चा योगेश शुक्रवार को अपनी दादी के साथ जिला जेल में बंद फुफेरे भाई से मिलाई करने आया था. जेल नियमों को मुताबिक यहां मिलने आने वाले के हाथ पर मुहर लगाई जाती है. आरोप है कि जब बच्चा अपनी दादी के साथ भाई से मिलने के लिए जेल में गया तो प्रशासन ने उसके गाल पर मुहर लगा दी. जेल से बाहर आने पर बच्चे की दादी ने जेल प्रशासन की हरकत के बारे में मीडिया कर्मचारियों को बताया. बता दें कि मीडिया कर्मचारी आशीश मिश्रा की रिहाई की रिपोर्टिंग के लिए गेट पर खड़े हुए थे. 


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