Lakhimpur Violence: लखीमपुर हिंसा मामले में केंद्रीय मंत्री अजय मिश्र टेनी और उनके बेटे समेत 14 लोगों को पर कत्ल का आरोप तय हो गया है. अदालत ने मामले की सुनवाई करते हुए सभी पर आरोप तय कर दिए हैं. इस मामले में मंत्री के बेटे आशीष मिश्रा समेत सभी 14 आरोपियों की डिस्चार्ज याचिका सोमवार को खारिज कर दी गई थी. इसके अलावा आरोप तय करने के लिए आज यानी 6 दिसंबर का दिन तय किया था. 


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जिला सरकारी वकील (आपराधिक) अरविंद त्रिपाठी ने बताया कि एडीशनल डिस्ट्रिक्ट जज सुनील कुमार वर्मा की अदालत ने सुनवाई की अगली तारीख 16 दिसंबर तय की है. त्रिपाठी ने बताया कि जिन लोगों पर आरोप तय हुए उनमें आशीष मिश्रा के साथ-साथ अंकित दास, नंदन सिंह बिष्ट, लतीफ काले, सत्यम उर्फ सत्य प्रकाश त्रिपाठी, शेखर भारती, सुमित जायसवाल, आशीष पांडे, लवकुश राणा, शिशुपाल, उल्लास कुमार उर्फ मोहित त्रिवेदी, रिंकू राणा, वीरेंद्र शुक्ला और धर्मेंद्र बंजारा शामिल हैं.


उन्होंने बताया कि वीरेंद्र शुक्ला पर इंडियन पैनल कोड एक्ट 201 के तहत आरोप तय किया गया है. बाकी लोगों पर इंडियन पैनल कोड की एक्ट 147, 148, 149, 302, 307, 326, 427 और 120 (ख) और मोटर वाहन एक्ट के सेक्शन 177 के तहत आरोप तय किए गए. त्रिपाठी ने बताया कि इसके अलावा आशीष मिश्रा, अंकित दास, नंदन सिंह बिष्ट, सत्य प्रकाश त्रिपाठी, लतीफ काले और सुमित जायसवाल के खिलाफ शस्त्र अधिनियम के तहत भी आरोप तय किए गए हैं.उन्होंने बताया कि अदालत ने प्रॉसिक्यूटर्स से आगामी 16 दिसंबर को अदालत में सबूत पेश करने को कहा है. 


बता दें कि तीन अक्टूबर 2021 को निघासन इलाके के तिकोनिया गांव में किसानों के प्रोटेस्ट के दौरान हुए दंगे में चार किसानों समेत 8 लोगों की मौत हो गई थी. इस मामले में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टिनी के बेटे आशीष मिश्रा को मुख्य अभियुक्त बनाया गया है.


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