Lucknow Air: लखनऊ को 'क्लीन एयर सर्वे' की नेशनल रैंकिंग में 'नंबर 1 शहर' माना गया है और उसे इनाम के तौर पर 1.50 करोड़ रुपये दिए गए हैं. लखनऊ के अफसरों संयुक्ता भाटिया और इंद्रजीत सिंह ने शनिवार को भुवनेश्वर में मिनिस्टर ऑफ स्टेट फॉर एनवायरनमेंट एंड फॉरेस्ट अश्विनी कुमार चौबे और डारेक्टर जेनेरल एनवायरनमेंट चंद्र प्रकाश गोयल से अवार्ड हासिल किया.


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महापौर भाटिया ने कहा, पांच सालों से लखनऊ में एनवायरनमेंट में सुधार की कोशिश की जा रही है. लखनऊ नगर निगम (LMC) ने हवा की क्वालिटी में सुधार के लिए लालबाग में अपने हेडक्वार्टर के सामने आर्टिफिशियल फेफड़े लगाए थे, ताकि पॉल्यूशन से बचा जा सके. LMC ने हवा की क्वालिटी में सुधार के लिए 15वें फिनांस कमीशन से नौ रोड-स्वीपिंग मशीन, आठ एंटी-स्मोक गन और 40 पानी छिड़कने वाली मशीनें खरीदीं.


अटल उदय वन में लाखों पौधे लगाए गए और लाखों पौधे जगह-जगह कई गार्डेन बनाकर लगाए गए. पांच साल में 1500 से ज्यादा पार्कों का सौंदर्यीकरण किया गया और हरियाली भी की गई.


इसके अलावा LMC की तरफ से हवा की क्वालिटी में किया जाने वाला सबसे अहम काम शहर के कई मकामों पर हवा की क्वालिटी की निगरानी स्टेशनों को बनाया है जिसकी वजह से चौबीसों घंटे एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) की निगरानी की जा रही है. 


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इसके साथ ही गिरते AQI को सुधारने के लिए एलएमसी ने शहर में 20 करोड़ रुपये की लागत से 22 जगहों पर एयर प्यूरिफायर लगाए हैं.


भाटिया के मुताबिक ''लखनऊ के निवासियों को साफ-सफाई और सेहत का ख्याल रखना मेरी पहली जिम्मेदारी रही है. मैंने शहरवासियों से लखनऊ को नंबर वन शहर बनाने का वादा किया था. क्लीन एयर सर्वे 2022 में आज लखनऊ नंबर वन बन गया है.'' मैं जनता से किए गए वादे को पूरा करने में सफल रही हूं. इस रैंकिंग से लखनऊवासियों का 'ईज ऑफ लिविंग स्टैंडर्ड' बढ़ेगा और मैं इसे और बेहतर करने की कोशिश करूंगी.


सफाई के सर्वे में पांच साल पहले लखनऊ की रैंकिंग 269 थी. इसके बाद सफाई के लिए चलाए गए प्रोजेक्ट का असर है कि पिछले तीन साल से लखनऊ लगातार टॉप-20 में बना हुआ है. अब लखनऊ सबसे पहले नंबर पर आ गया.


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