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Mahbooba Mufti: जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती (Mahbooba Mufti) को रविवार को श्रीनगर में उनके आधिकारिक आवास में नजरबंद कर दिया गया. महबूबा मुफ्ती ने ट्विटर पर खुद इसकी जानकारी दी है. 


महबूबा ने लगाया आरोप


महबूबा मुफ्ती ने आरोप लगाया है कि सरकार ने उन्हें हाउस अरेस्ट कर लिया है. घर के बाहर गेट पर ताला लगा दिया गया है. इसके साथ ही CRPF तैनात है. पीडीपी के प्रवक्ता सुहैल बुखारी ने बताया कि वह रविवार को शोपियां जिले के छोटिगम गांव जाने वाली थीं, जहां 16 अगस्त को आतंकवादियों ने एक स्थानीय कश्मीरी पंडित सुनील कुमार की हत्या कर दी थी.


महबूबा ने ट्वीट किया


अपनी नजरबंदी पर प्रतिक्रिया देते हुए, मुफ्ती ने अपने ट्विटर पेज पर कहा, "भारत सरकार कश्मीरी पंडितों की दुर्दशा को नजरअंदाज करना चाहती है क्योंकि उसकी कठोर नीतियों की वजह उन लोगों की दुर्भाग्यपूर्ण टारगेट किलिंग हुई, जिन्होंने वहां से जाने का विकल्प नहीं चुना. सरकार हमें दुश्मन समझ रही है, जिस वजह से मुझे घर में नजरबंद कर दिया है." महबूबा मुफ्ती को नजरबंद किए जाने पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है. 


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बाहर के लोग भी डाल सकेंगे वोट


ख्याल रहे कि जम्मू कश्मीर में हाल ही में वोट देने के नियमों में बदलाव किया गया था. इसके तहत अब गैर-स्थानीय लोग भी जम्मू कश्मीर में वोट दे सकते हैं. मुख्य निर्वाचन अधिकारी हिरदेश कुमार के मुताबिक "ऐसे लोग मतदाता सूची में नाम दर्ज कराने के बाद वोट दे सकेंगे. मतदाता बनने के लिए किसी तरह के डोमेसाइल सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं है" आने वाले विधानसभा चुनावों में गैर-स्थानीय लोग वोट डाल सकेंगे.


महबूबा ने दी थी प्रतिक्रिया


प्रसाशन की नया नियम लागू करने के बाद महबूबा मुफ्ती ने कहा था कि "इसका मतलब है कि बीजेपी यहां के चुनाव परिणामों को प्रभावित करना चाह रही है. वह चाहती है कि यहां के पुराने बाशिंदे कमजोर पड़ जाएं."


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