Maharashtra Political Crisis: NCP नेता अजित पवार के साथ विधायकों के मंत्री पद की शपथ लेने और एकनाथ शिंदे सरकार में शामिल होने के बाद NCP संकट में पड़ गई है. NCP ने विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर के पास अयोग्यता याचिका दायर की है.  सभी जिलों के कार्यकर्ता एनसीपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद पवार के साथ हैं. एनसीपी ने यह कहते हुए चुनाव आयोग संपर्क किया है.


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महाराष्ट्र एनसीपी अध्यक्ष जयंत पाटिल ने रविवार को कहा कि "उनकी पार्टी ने एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली राज्य सरकार में मंत्री पद की शपथ लेने वाले अजित पवार और आठ अन्य लोगों के खिलाफ अयोग्यता याचिका दायर की है. NCP अध्यक्ष जयंत पाटिल ने भी अजित पवार और आज शपथ लेने वाले मंत्रियों पर कटाक्ष करते हुए कहा कि ''नौ विधायक एक पार्टी नहीं हो सकते हैं.''


जानकारी के लिए बता दें कि एनसीपी के सूत्रों के मुताबिक अजित पवार समेत आठ विधायकों को अयोग्य ठहराने की याचिका शरद पवार के निर्देश के बाद दायर की गई है. 1999 में शरद पवार द्वारा स्थापित पार्टी को उस समय विभाजन का सामना करना पड़ा था. जब उनके भतीजे अजित पवार अलग हो गए और उप मुख्यमंत्री के रूप में शिवसेना-भाजपा सरकार में शामिल हो गए. Chhagan Bhujbal और Dilip Wasle Patil  जैसे शरद पवार के कट्टर समर्थक सहित आठ अन्य एनसीपी विधायकों को मंत्री बनाया गया है.


एनसीपी अध्यक्ष जयंत पाटिल ने कहा कि "हमारी राज्य अनुशासन समिति में एक शिकायत की गई थी. जिसके बाद ईमेल द्वारा विधानसभा अध्यक्ष के पास अयोग्यता याचिका दायर की गई थी. हम कुछ घंटों के बाद फिजिकल रूप से भी याचिका प्रस्तुत करेंगे. हमने इसे व्हाट्सएप और आई मैसेज पर भी प्रस्तुत किया है. हमने विधानसभा अध्यक्ष से कल इस पर जल्द से जल्द सुनवाई करने का आग्रह किया है.


आगे उन्होंने कहा कि "एक विधायक ने पार्टी को एक शिकायत भेजी जिसे पार्टी की अनुशासन समिति को भेज दिया गया। उनकी रिपोर्ट के आधार पर, हमने स्पीकर को ईमेल द्वारा याचिका दायर की है। हम जल्द ही याचिका की एक भौतिक प्रति भेजेंगे. हमने चुनाव आयोग से यह कहने के लिए भी संपर्क किया है कि सभी रैंकों और सभी जिलों के सभी पार्टी कार्यकर्ता शरद पवार के साथ हैं. हम सभी शरद पवार के साथ खड़े हैं."


अजित पवार समेत आठ मंत्रियों पर निशाना साधते हुए पाटिल ने कहा कि "9 विधायक एक पार्टी नहीं हो सकते है. उनके द्वारा ली गई शपथ पार्टी की लाइन के खिलाफ है. उन्होंने एनसीपी प्रमुख की अनुमति के बिना शपथ ली है. 9 विधायक तकनीकी रूप से अयोग्य हैं. हमें उम्मीद है कि विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर हमें जल्द से जल्द समय देंगे.''


पाटिल ने कहा कि एनसीपी के इन विधायकों को ''गद्दार नहीं कहा जा सकता क्योंकि उनका विश्वासघात अभी तक साबित नहीं हुआ है.'' उन्होंने कहा कि ''कई लोग हमारे संपर्क में हैं.''


बता दें कि इस बीच एनसीपी की कार्यकारी अध्यक्ष और उनकी चचेरी बहन सुप्रिया सुले ने रविवार को कहा कि पार्टी के घटनाक्रम से विपक्ष की एकता पर कोई असर नहीं पड़ेगा है. उन्होंने कहा कि "अजित पवार के विचार अलग हो सकते हैं. लेकिन वह अपने बड़े भाई से कभी नहीं लड़ सकतीं और वह हमेशा उन्हें एक बहन की तरह प्यार करेंगी.


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