बेतियाः बिहार के पश्चिमी चंपारण (West Champaran) जिले में स्थित वाल्मीकि टाइगर रिजर्व क्षेत्र (Valmiki Tiger Reserve) के आदमखोर बाघ (Man Eating Tiger) को शनिवार को हमेशा के लिए सुला दिया गया. चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन ने द्वारा आदमखोर बाघ को मारने का आदेश देने के बाद शनिवार को एक गन्ने के खेत में चार गोलियां दागकर आदमखोर बाघ को हमेशा के लिए ढे़र कर दिया गया. बाघ पिछले दिनों में 11 लोगों की जान ले चुका था. करीब 25 दिन से बाघ पर काबू पाने के लिए वन विभाग की टीम लगातार कोशिश कर रही थी, लेकिन उसे कामयाबी नहीं मिल पा रही थी.

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दहशत और आक्रोश में सड़क पर आ गए थे ग्रामीण 
गौरतलब है कि बिहार के बगहा में बाल्मीकि नगर टाइगर रिजर्व के आदमखोर बाघ ने पिछले कई दिनों से इलाके में आतंक मचा रखा था. बाघ को शनिवार को ढेर किए जाने के पहले भी उसने दो लोगों (मां और पुत्र) को अपना निशाना बना लिया था. शनिवार के हमले के बारे में बताया जा रहा है कि महिला अपने पुत्र को लेकर खेत में घास काटने गई थी, तभी बाघ ने दोनों पर हमला कर दिया, जिससे दोनों की मौत हो गई. पिछले तीन दिनों में इस आदमखोर बाघ ने चार लोगों को मार डाला था. वन विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि गोवर्धना थाना इलाके के बलुआ गांव में बाघ ने मां-बेटे पर हमला कर उन्हें मार दिया था. इस घटना के बाद ग्रामीण आक्रोशित हो गए थे. वन विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों को भी इस बाघ के कारण ग्रामीणों के आक्रोश का शिकार होना पड़ा था. 

शार्प शूटर की मदद से मारा गया आदमखोर बाघ 
इस आदमखोर बाघ ने शुक्रवार को डुमरी गांव में संजय यादव को मार दिया था. इससे पहले बुधवार की रात सोए अवस्था में एक बच्ची को निशाना बनाया था. ग्रामीणों ने आशंका जताई थी, कि बाघ बलुआ गांव में गन्ने के खेत में छिपा है. सरकार ने आदमखोर बन चुके इस बाघ को देखती ही गोली मारने का आदेश दिया था. वाल्मीकि नगर टाइगर रिजर्व के क्षेत्र निदेशक नेशामणि के ने बताया कि बाघ के रेस्क्यू के लिए हैदराबाद, पटना से आई टीम पहले से तैनात थी, लेकिन इसे पकड़ा नहीं जा सका था. बाघ को मारने के लिए पुलिस के शार्प शूटर को बुलाया था. वीटीआर के निदेशक नेश मणि ने कहा कि वन और वन्यजीव विभाग ने बाघ को मारने के लिए 400 अधिकारियों और आठ शार्पशूटरों की एक टीम बनाई थी.


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