मेंगलुरुः कर्नाटक के मेंगलुरु में काद्री श्री मंजूनाथ मंदिर मेले के पास एक बैनर लगाया गया है, जिसमें मेले में मुस्ल्मि कारोबारियों को अपनी दुकानें नहीं लगाने की सलाह दी गई है. हालांकि, इस बैनर के वायरल होने के बाद स्थानीय पुलिस ने इस बैनर को वहां से हटाकर जब्त कर लिया है. 


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पुलिस सूत्रों ने बताया कि विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल द्वारा लगाए गए बैनर को गुरुवार को ही हटा दिया गया था. जहां ये बैनर लगाया गया है, वहां एक मेला चल रहा है. यह मेला 15 जनवरी को ही शुरू हुआ था और 21 जनवरी को वह खत्म हो जाएगा. दक्षिणपंथी संगठनों द्वारा लगाए गए इस बैनर पर गुरुवार को ही लोगों की नजर पड़ी थी, जिसमें कुकर के जरिये किए गए विस्फोट का जिक्र किया गया था, और इल्जाम लगाया गया था कि मामले के आरोपियों का निशाना काद्री मंजूनाथ मंदिर था.

सिर्फ हिंदू मजहब के लोगों को दुकान लगाने की इजाजत 
बैनर पर यह भी लिखा था कि ऐसी मानसिकता वाले और मूर्ति पूजा का विरोध करने वाले लोग पूजा स्थल के पास मेले के दौरान कोई कारोबार नहीं कर सकते. सिर्फ हिंदू मजहब को मानने वाले और रीति-रिवाजों और अनुष्ठानों में यकीन रखने वाले लोगों को ही यहां कारोबार करने की इजाजत दी जाएगी. हालांकि, धार्मिक बंदोबस्ती विभाग के तहत आने वाले मंदिर प्रशासन ने मंदिर मेले के आसपास लगाए गए बैनर पर लिखी बातों को खारिज किया है.  पुलिस ने कहा कि शांति और सद्भाव बनाए रखने के लिए बैनर हटा दिए गए हैं, और इस संबंध में अभी तक कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है.


गौरतलब है कि यह कोई पहला मामला नहीं है, जब कनार्टक में इस तरह के बैनर लगे हों. इससे पहले भी कई मंदिर परिसरों में इस तरह के बैनर लगाए गए हैं. हालांकि प्रशासन के हस्तक्षेप के बाद ऐसे बैनरों को हटा दिया गया है. मेले में दुकान लगाने वाले एक व्यक्ति ने कहा कि ऐसे बैनरों की न तो स्थानीय प्रशासन और मंदर प्रशासन जिम्मेदारी लेता है और न ही स्थानीय लोग, लेकिन कर्नाटक में पिछले कुछ सालों में इस तरह के सांप्रदायिक विभाजन वाले कृत्यों में बाढ़ आ गई है. दक्षिणपंथी समूह समाज के एक वर्ग के खिलाफ सांप्रदायिक घृणा के प्रसार का काम करने में लगा है.  


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