Manipur Violence: मणिपुर में काफी दिनों से जारी हिंसा की वजह से यहां के हालात खराब हैं. यहां जरूरी चीजें काफी महंगी हो गई हैं. एटीएम से पैसे खत्म हो गए हैं. पेट्रोल की कमी के चलते यहां इसकी कालाबाजी शुरू हो गई है. कई जगहों पर पेट्रोल 200 रुपये में बिक रहा है. इसके साथ ही यहां दवाओं की भी कमी हो रही है. 


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महंगी हो गईं चीजें


हिंसा की वजह से मणिपुर में राष्ट्रीय राजमार्क-2 को रोक दिया गया है. इसकी वजह से यहां जरूरी चीजों की कमी हो गई है. चावल की कीमत 60 रुपये हो गई है. सब्जियों की कीमत बढ़ गई है. प्याज 35 रुपये से बढ़ कर 70 रुपये हो गई है. आलू की कीमत 15 से बढ़कर 40 रुपये हो गई है. अंडे 6 रुपये से 10 रुपये हो गया है. इसी कड़ी में पूरे देश में जहां पेट्रोल 100 रुपये लीटर के आसपास है तो वहीं मणिपुर में 200 रुपये प्रति लीटर तेल है. 


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98 लोगों की गई जान 


मणिपुर में मैतेई समुदाय और कुकी समुदाय के दरमियान संघर्ष जारी है. दरअसल यहां 3 मई को दो समुदायों के दरमियान संघर्ष शुरु हुआ. यहां मैतेई समुदाय अनुसूचित जनजाति के दर्जे के मांग करने लगा. इसके खिलाफ जनजातीय एकता मार्च निकाला गया. इस दौरान यहां हिंसा भड़क गई. हिंसा में मैतेई और कुकी समुदाय के बीच संघर्ष में 98 लोगों की जान चली गई है. संघर्ष में 310 लोग घायल हो गए हैं. 


शिवरों में रह रहे लोग


मणिपुर में हुई हिंसा की वजह से हजारों लोग बेघर हो गए हैं. वह राहत शिवरों में रह रहे हैं. राज्य सरकार ने हाल ही में एक बयान में कहा है कि 272 राहत शिवरों में 37,450 लोग रह रहे हैं. यहां के लोग इंटरनेट न होने की वजह से बाकी दुनिया से कटे हुए हैं. राज्य के कई इलाकों में कर्फ्यू लगा है. इस दौरान कुछ ही घंटे की ढील दी जा रही है जिसमें लोग अपना काम कर रहे हैं. 


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