Manipur Violence: मणिपुर में दो समुदायों के बीच हिंसा नहीं थम रहा है. लगातार हिंसा के कारण मणिपुर का हालात बहुत खराब है. इस हिंसा ने मणिपुर में सौ से ज्यादा लोगों की जान ले ली है. पूरा मणिपुर इस हिंसा से जल रहा है. हिंसा के कारण पूरे प्रदेश में नेट बंद है ताकि शांति स्थापित हो के लेकिन पिर भी लगातार हिंसा की घटना हो रही है. अब मणिपुर में हिंसा महिलाओं की एंट्री हो गई है. महिलाओं ने सुरक्षाबल के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.


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हिंसा के बीच महिलाओं ने सुरक्षा बलों ( Security Forces ) के अभियान भी रोक दिया है और साथ ही कई सड़कों बंद कर दिया है. जिसके कारण सेना को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. "इस को भारतीय सेना ने ट्वीट कर कहा कि मणिपुर में महिलाएं जानबूझकर कर सड़कों को बंद कर रही है और सुरक्षाबलों के ऑपरेशन में दखल डाल रही हैं. और सेना कहा कि ऐसा करना किसी भी तरह से सही नहीं है"


12 उग्रवादियों को छोड़ना पड़ा 
महिला कार्यकर्ताओं ने कुछ दिन पहले दखल डालकर के बारह गिरफ्तार उग्रवादियों को छुड़वा ली. आपको बता दें कि सभी 12 उग्रवादी विद्रोही ग्रुप कांगलेई यावोल कन्ना लूप (KYKL) का सदस्य था. सभी उग्रवादियों को सुरक्षाबलों ने गोला बारूद के साथ गिरफ्तार किया था. लेकिन हजारों की संख्या में महिलाओं की भीड़ ने सभी उग्रवादी को सुरक्षाबलों से छुड़ा लिया.


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बैठक में सीएम को हटाने की मांग
मणिपुर में तीन मई से हिंसा जारी है. जिसको लेकर के गृह मंत्री अमित शाह ने मणिपुर का दौरा किया था.और शांति बनाए रखने की अपील की थी. पिछले दिनों अमित शाह के अध्यक्षता में सभी विपक्षी पार्टी के नेताओं के साथ सरवदलीय बैठक बुलाई गई थी. इस बैठक में मुख्यमंत्री एन बिरेन सिंह को हटाने की मांग की थी.