मुस्लिम संस्था ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड को नया अध्यक्ष मिल गया है. मौलाना खालिद सैफु्ल्लाह रहमानी को बोर्ड का नया अध्यक्ष बनाया गया है. मध्य प्रदेश के इंदौर में दो दिन की बैठक के बाद यह फैसला लिया गया. इससे पहले मौलाना राबे हसनी नदवी बोर्ड के अध्यक्ष थे. उनका 13 अप्रैल को 2023 को इंतेकाल हो गया था.


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संस्थापक सदस्यों में से एक हैं सैफुल्लाह


आपको बता दें कि मौलाना खालिद सैफुल्लाह रहमानी उन लोगों में से एक हैं जिन्होंने ऑल इंडिया मुस्मलिम पर्सनल लॉ बोर्ड की नीव रखी थी. वह इससे पहले बोर्ड के जनरल सेक्रेटरी के पद पर थे. उन्हें मौलाना वली रहमानी के इंतेकाल के बाद कार्यकारी जनरल सेक्रेटरी बनाया गया था. 


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इन लोगों ने संभाली कमान


ख्याल रहे कि साल 1973 में ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की स्थापना की गई. उस वक्त मौलाना मोहम्मद तैय्यब को अध्यक्ष बनाया गया था. इसके बाद दूसरे अध्यक्ष अली मियां बनाए गए. इसके बाद मौलाना काजी मुजाहिदुल इस्लाम कासमी को तीसरा अध्यक्ष चुना गया. मौलाना राबे हसनी नदवी चौथे अध्यक्ष थे. मौलाना खालिद सैफुल्लाह रहमानी ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के पांचवें अध्यक्ष हैं.


AIMPLB को जानें


ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड मुसलमानों की सबसे बड़ी और ताकतवर संस्था है. इसे 7-8 अप्रैल 1973 को बनाया गया था. दरअसल सरकार यूनिफार्म सिविल लॉ के जरिए मुसलमानों के शरिया कानून खत्म करना चाहती थी. उसी वक्त बोर्ड की स्थापना हुई. बोर्ड का काम मुसलमानों के पर्सनल लॉ की हिफाजत करना है. बोर्ड मुसलमानों के मसले सरकार के सामने रखती है. जानकारी के मुताबिक ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड को 251 सदस्य हैं. 


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