हापुड़ जिले में NEET-PG की परीक्षा में कम रैंक आने से एक छात्रा ने मौत को गले लगा लिया. कम रैंक आने से छात्रा मानसिक तनाव में थी. कोतवाली क्षेत्र के नेशनल हाइवे-9 पर स्थित एक अस्पताल के कमरे में उसने रात में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली. पुलिस ने परिजनों को घटना की जानकारी दी. परिजन बिना पोस्टमार्टम कराए छात्रा का शव लेकर लेकर चले गए. 


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27 साल की प्रिंसी चौधरी मुरादाबाद जिला गांव छजलैट निवासी योगेंद्र सिंह की बेटी है. प्रिंसी दिल्ली के एक अस्पताल में डॉक्टरी की पढ़ाई कर रही थी. वहीं काफी समय से नेशनल हाइवे-9 के पास एक अस्पताल में अपने जानकार के कमरें में रह रही थी. प्रिंसी अपने NEET-PG के रैंक से खुश नहीं थी, जिस कारण मानसिक तनाव में चल रही थी. ये मानसिक तनाव प्रिंसी की मौत का कारण बना और उसके रात के समय अपने कमरे में दुप्पटे से फांसी लगा कर खुदकुशी कर ली. साथ में रहने वालों को जब प्रिंसी नहीं दिखी, तो वे उसके कमरे में गए; जहां प्रिंसी को देखकर उनके होश उड़ गए. 


सूचना मिलने पर कोतवाली पिलखुवा पुलिस मौके पर पहुंची. उन्होंने मामले का संज्ञान लिया और परिजानों को मामले की सूचना दी, जिसके बाद आनन-फानन में परिजन मौके पर पहुंचे. छात्रा की मौत से परिजानों का रो-रो कर बुरा हाल हो गया है. हालांकि परिजनों ने आगे की पुलिस कार्रवाई और पोस्टमार्टम के लिए इनकार कर दिया. पुलिस के लाख समझाने पर भी वे नहीं माने और शव को अपने साथ घर ले गए.