मेरठ के कॉम्प्लेक्स में नमाज पढ़ने पर उठाया जा रहा सवाल; Video हो रही है वायरल
Namaz in Public Place in Merrut: मेरठ के गढ़ रोड पर नौचंदी में एसटूएस स्क्वायर कॉम्प्लेक्स में सार्वजनिक तौर पर एक शख्स के नमाज पढ़ने पर भाजपा से जुड़े एक शख्स ने सवाल उठाते हुए इस मामले में पुलिस से हस्तक्षेप की मांग की है.
मेरठः उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के लुलु मॉल में नमाज पढ़े जाने और उसे लेकर उपजे विवाद के बाद अब मेरठ के एक शॉपिंग कॉम्पलेक्स (Namaz in Shopping Complex) में एक शख्स का नमाज पढ़ते हुए वीडियो वायरल हो रहा है. इसे लेकर हिंदूवादी संगठनों ने ऐतराज जताया है. पुलिस ने सोमवार को इस मामले की तस्दीक की है. इससे दो दिन पहले गोरखपुर में एक आइएएस अधिकारी के सरकारी आवास के गेट के पास भी एक शख्स का नमाज पढ़ता हुआ वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें पूछताछ करने पर वह बता रहा है कि नमाज का वक्त था और वह जगह साफ-सुथरा दिख रही थी, तो मैंने नमाज पढ़ ली. इस मामले में भी पुलिस जांच कर रही है.
भाजपा के कार्यकर्ता ने उठाए सवाल
वहीं, मेरठ मामले में भारतीय जनता पार्टी के आईटी सेल के जिला संयोजक दिग्विजय सिंह ने ट्विटर पर कॉम्प्लेक्स में नमाज पढ़ते हुए एक शख्स का फोटो और वीडियो शेयर किया है. उन्होंने लिखा कि मेरठ में लखनऊ के लुलु मॉल की तरह गढ़ रोड पर नौचंदी में एसटूएस स्क्वायर कॉम्प्लेक्स में सार्वजनिक तौर पर नमाज पढ़ता हुआ एक शख्स. सिंह ने ट्वीट में मेरठ के जिलाधिकारी और पुलिस को टैग भी किया है. मेरठ पुलिस ने इस ट्वीट के जवाब में कहा कि थाना प्रभारी नौचंदी को जांच और मामले को लेकर जरूरी कार्रवाई के लिए घटना से अवगत कराया गया है.
पुलिस ने नमाजी के दुकान का कर्मचारी होने की जताई आशंका
पुलिस क्षेत्राधिकारी देवेश सिंह ने बताया कि वीडियो की सच्चाई का पता लगाया जा रहा है. यह वीडियो कब का है, कहां का है और नमाज पढ़ने वाला शख्स कौन है, इस बारे में जानकारी ली जा रही है. नौचंदी थाने के प्रभारी जितेंद्र कुमार सिंह के मुताबिक, अब तक की जांच में जो जानकारी मिली है, उसके मुताबिक, कॉम्प्लेक्स में एक दुकान में कुछ काम चल रहा था और नमाज का वक्त होने पर किसी मुलाजिम ने नमाज पढ़ ली होगी.
गौरतलब है कि इससे पहले, उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के लुलु मॉल में 13 जुलाई को कुछ लोगों के नमाज पढ़ने का मामला उस वक्त सुखिर्यों में आ गया था, जब इसके वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गए थे. इस मामले में अब तक सात लोगों की गिरफ्तारी की जा चुकी है, और पुलिस की प्रारंभिक जांच-पड़ताल में इसे प्रायोजित बताया जा रहा है.
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