Mini Heart Attack: गलत खान-पान और खराब दिनचर्या से आम लोगों में हर्ट अटैक होता है. जब किसी को हार्ट अटैक आता है तो इसके बारे में पता चलता है, लेकिन अगर किसी शख्स को मिनी हार्ट अटैक आता है तो उसे इसके बारे में पता नहीं चल पाता है. इसे लोग मामूली दर्द या फिर गैस की परेशानी समझ कर नजर अंदाज कर देते हैं. लेकिन यह बीमारी काफी खतरनाक हो सकती है. इससे किसी की जान भी जा सकती है.


इसलिए होता है मिनि हार्ट अटैक


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मिनी हार्ट अटैक को 'नॉन-एसटी एलिवेशन मायोकार्डियल इंफार्क्शन' ने नाम से जाना जाता है. यह तब होता है जब दिल की नसें कॉलेस्ट्रॉल की वजह से आधी ब्लॉक हो जाती हैं. मिनी हार्ट अटैक का मतलब ये है कि अगर सही वक्त पर इसका इलाज नहीं किया गया तो समस्या गंभीर हो सकती है और बड़ा हार्ट अटैक पड़ सकता है.


क्या हैं मिनि हार्ट अटैक के लक्षण


NCBI पर छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक मिनी हार्ट अटैक का दर्द 10 से 15 मिनट तक रहता है. इसके लक्षणों में हाथ दर्द, गर्दन और जबड़ों में दर्द, जी मिचलाना, थकान और पसीना आना शामिल है. ये लक्षण काफी आम होते हैं इसलिए इसे लोग हल्के में ले लेते हैं.


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यह है मिनि हार्ट अटैक को पता करने का तरीका


अगर आपको ऊपर दिए गए किसी लक्षणों में से कुछ भी लगता है तो आप अपने निजदीकी अस्पताल में जाएं और अपना ECG करा लें. इससे पता चल जाएगा कि आपको मिनि हर्ट अटैक आया है कि नहीं? इसके बाद आप अपना इलाज शुरू कर सकते हैं. एक्सपर्ट के मुताबिक ईसीजी से छोटे हार्ट अटैक का पता चल जाता है.


इन लोगों को हो सकता है मिनि हर्ट अटैक


मिनि हर्ट अटैक किसी को भी हो सकता है. लेकिन उन लोगों में मिनि हर्ट अटैक का खतरा ज्यादा है जो धूम्रपान करते हैं, एक्सरसाइज नहीं करते हैं, हाई बीपी या कॉलेस्ट्रॉल से पीड़ित हैं, मोटापे से ग्रसित हैं या जिनके घर में हर्ट अटैक की हिस्ट्री रही है. 


नोट: यह लेख महज आम जानकारी पर आधारित है. अगर आपको किसी भी तरह की तकलीफ है तो आप अपने डॉक्टर से मिलें सकते हैं.


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