नई दिल्ली: रांची में शुक्रवार को पैगंबर मोहम्मद पर विवादित टिप्पणी के विरोध में हिंसक प्रदर्शन हुआ. इस दौरान बिहार के मंत्री नितिन नवीन प्रदर्शनकारियों की भीड़ में फस गए. नवीन ने न्यूज एजेंस को बताया कि वह ईशवर की कृपा से इस हिंसा में बच पाए. उनके लिए यह एक बुरे सपना था, जो उन्हें हमेशा परेशान करता रहेगा. 


मंत्री की गाड़ी फस गई थी


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आपको बता नवीन भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ सदस्य और बिहार के पथ निर्माण मंत्री हैं. नवीन के मुकताबिक उनकी कार रांची के मेन रोड पर हनुमान मंदिर के पास उग्र भीड़ के बीच फंस गई. मंत्री उस समय एक पारिवारिक समारोह में शामिल होने जा रहे थे. नवीन ने न्यूज एजेंसी से बात करते हुए कहा कि मैंने दो झेला है वह एक बुरा सपना था, जो मुझे हमेशा सताता रहेगा. मेरा मानना है कि केवल भगवान ने उन्हें बचाया है.


नवीन बताते हैं कि वह एक पारिवारिक समारोह में शामिल होने जा रहे थे. वब मेन रोड पर कैपिटव हिल पर ठहरे हुए थे. दोपहर का खाना खाने के बाद जब वह मोरहाबादी जाने का प्लान बनाया तो उन्होंने एक असामान्य भीड़ और विरोध प्रदर्शन देखा. जब वाहन आगे बढ़ने लगे, तो उन्होंने सोचा कि वे भी चलेंगे लेकिन उन्हें नहीं पता था कि यह इतना हिंसक होगा.


कार में बैठे थे तभी होने लगा पथराव


नवीन बताते हैं कि उनकी कार मेन रोड पर हनुमान मंदिर और काली मंदिर के पास फंस गई और भीड़ ने पथराव करना शुरू कर दिया. मंत्री ने कहा कि आमतौर पर वह रांची जाते समय राजकीय अतिथि गृह में रुकते हैं, लेकिन इस बार उन्होंने 23 जून को मंदार विधानसभा सीट पर उपचुनाव और आदर्श आचार संहिता को ध्यान में रखते हुए एक होटल में रहना पसंद किया.


मंत्री बताते हैं कि उनका एस्कॉर्ट पीछे रह गया और उन्होंने देखा कि कोई पुलिसकर्मी भी नहीं था. पुलिस बाद में पहुंची, जिसके बाद लोगों ने गोलाबारी शुरू कर दी तो पुलिस को भी जवाब में फायरिंग करनी पड़ी, और इसी गोलाबारी में वह फस गए. पत्थर फेंके जा रहे थे और आगजनी भी हुई. मंत्री ने बताया कि उनकी एसयूवी पर हर तरफ से हमला किया गया. लेकिन उनका ड्राइवर धीरे-धीरे गाड़ी चलाता रहा.


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