Monmohan Singh on Minority: जब भी देश के महान इकोनोमिस्ट का जिक्र आएगा, तो मनमोहन सिंह का नाम फेहरिस्त के टॉप पर ही मिलेगा. बीते रोज मनमोहन सिंह का निधन हो गया. हिंदुस्तान के इस नुकसान पर भारत सरकार ने 7 दिनों का मौन का ऐलान किया है. मनमोहन सिंह कम और सटीक बोलने के लिए जाने जाते थे. उनके जरिए दिए गए माइनोरिटी पर एक बयान की आज भी चर्चा होती है. जिसे लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने बड़ा मुद्दा बनाया था.


2006 में दिया था बयान


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मनमोहन सिंह ने यह बयान 2005 में दिया था. जिसका जिक्र पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण में किया था. पीएम मोदी ने कहा था कि मनहोमन सिंह ने कहा था कि देश की संपत्ति पर पहल हक मुसलमानों का है. मोदी के इस बयान के बाद काफी विवाद हुआ और कांग्रेस ने इसे झूठ करार दिया. कांग्रेस ने एक वीडियो भी जारी किया जिसमें सही बयान दिखाया गया था.


कब दिया था और क्या था बयान?


पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने 9 दिसंबर 2006 को ग्यारहवीं पंचवर्षीय योजना और विकास पर नेशनल डेवलपमेंट काउंसिल की 52वीं बैठक को खिताब किया था. इस दौरान उन्होंने अपने खिताब में माइनोरिटी पिछड़ों और महिलाओं की हिस्सेदारी और सशक्तिकरण की बात की थी.


क्या था मनमोहन सिंह का बयान?


मनमोहन सिंह ने नेशनल डेवलपमेंट काउंसिल को खिताब करते हुए कहा था कि मेरा मानना है कि हमारी सामूहिक प्रथमिकताएं बिलकुल साफ हैं. किसान, सिचाई और जल संसाधन, हेल्थ, एजुकेशन, विलेज इन्फ्रास्ट्रक्चर में इनवेस्टमेंट, अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग, अल्पसंख्यकों, महिलाओं और बच्चों के उत्थान के लिए प्रोग्राम हमारी प्राथमिकताएं हैं.


संसाधनों पर पहला हक


मनमोहन सिंह ने कहा था कि अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजातियों के लिए स्कीम्स को नए सिरे से तैयार करने की जरूरत है. हमें यह सुनिश्चित करने के लिए पॉलिसी बनानी होगी कि अल्पसंख्यकों, खास तौर पर मुस्लिमों को विकास में भागीदारी मिले. इन सभी का संसाधनों पर पहला हक है.


इस दौरान उन्होंने कहा था कि योजना आयोग साफ तौर पर ऐसे प्रोग्राम्स को खत्म करने के लिए उनकी समीक्षा करेगा, जिनका अब कोई मतलब नहीं रह गया है. लेकिन, हम इस फैक्ट से बच नहीं सकते कि आने वाले भविष्य में सेंटर के रिसोर्सेज का विस्तार होगा और राज्यों की जिम्मेदारी बढ़ेगी.


सिंह के बयान पर हुआ था विवाद


उस दौरान भी मनमोहन सिंह के बयान पर काफी विवाद हुआ था. इसके बाद 10 दिसंबर को पीएमओ के जरिए एक सफाई दी गई थी. जिसमें कहा गया था कि पीएम मनमोहन सिंह अल्पसंख्यकों के सशक्तिकरण की बात कर रहे थे. लेकिन, इसे गलत तरीके से पेश किया गया.


पीएम मोदी ने बनाया था मुद्दा


पीएम मोदी ने 21 अप्रैल 2024 को राजस्थान के बांसवाड़ा में लोगों को खिताब करते हुए कहा था कि अगर कांग्रेस सत्ता में आती है, तो वह लोगों की संपत्ति को मुसलमानों में बांट देगी. उन्होंने कहा कि  पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की सरकार ने कहा था कि देश की संपत्ति पर पहला हक मुसलमानों का है. इसके बाद इसे चुनावी मुद्दा बना दिया गया था.