तमिलनाडु: जहरीली देसी शराब पीने से 25 की मौत, 20 हॉस्पिटल में भर्ती, एसपी-डीएम पर गिरी गाज
Tamil Nadu Liquor Death: तमिलनाडु के कल्लाकुरिचि में अवैध देसी शराब पीने से कम से कम 25 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 20 से ज्यादा लोगों को हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है. इस मामले में मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने इस घटना की समग्र विवेचना के लिए सीबी-सीआईडी को जांच का हुक्म दिया है.
Tamil Nadu Liquor Death: तमिलनाडु के कल्लाकुरिचि जिले से बड़ी खबर आई है. यहां संदिग्ध रूप से अवैध देसी शराब पीने से कम से कम 25 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 20 से ज्यादा लोगों को हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है. अफसरों ने बुधवार को यह जानकारी दी. इस सिलसिले में पुलिस ने 49 साल के अवैध शराब बेचने वाले कन्नुकुट्टी को गिरफ्तार किया है और उसके पास से करीब 200 लीटर अवैध शराब जब्त किया. विश्लेषण में सामने आया है कि इसमें घातक 'मेथनॉल' मौजूद है. वहीं, इस मामले में मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने इस घटना की समग्र विवेचना के लिए सीबी-सीआईडी को जांच का हुक्म दिया है.
डीएम-एसपी पर गिरी गाज
सरकार के सूत्रों के मुताबिक, सरकार ने इस मामले में कल्लाकुरिची के डीएम श्रवण कुमार जातावथ का तबादला कर दिया है, जबकि एसपी समय सिंह मीणा को सस्पेंड कर दिया है. वहीं, नौ अन्य पुलिसकर्मियों को भी सस्पेंड कर दिया है, जिनमें कल्लाकुरिचि जिले की मद्यनिषेध ब्रांच के भी पुलिसकर्मी शामिल हैं.
विपक्ष ने किया ये सवाल
वहीं, इस मामले में विपक्ष ने सत्तारूढ़ पार्टी पर जमकर निशानमा साधा है. अपोजिशन लीडर इडापड्डी के पलानीस्वामी ने कहा कि अवैध शराब पीने के बाद करीब 40 लोगों हॉसेपिटल में भर्ती कराया गया है. उन्होंने कहा, "जब से द्रमुक सरकार सत्ता में आई है तब से अवैध शराब से मौतें होती जा रही हैं. मैं असेंबली में भी यह मुद्दा उठाता रहा हूं और कार्रवाई की मांग करता रहा हूं."
मृतकों की हुई पहचान
सरकार के मुताबिक पुलिस और रेवन्यू डिपारिटमेंट के अफसर की जांच के बुनियाद पर संदेह है कि उन्होंने अवैध शराब (ताड़ी) पी होगी. मरने वालों की पहचान प्रवीण कुमार (26), डी सुरेश(40), के शेकर (59) के रूप में हुई है, जबकि दो और लोगों की पहचान में पुलिस जुटी हुई है. सभी शवों को अंत्यपरीक्षण के लिए भेजा गया है और पोस्टमार्टम के बाद ही मौत की वजह का पता चल पाएगा. वहीं, विल्लुपुरम, तिरुवनमलाई और सलेम से जरूरी दवाइयां और सरकारी डॉक्टरों के खास टीमों को इलाज में मदद के लिए कल्लाकुरिचि भेजा गया है.