Madhya Pradesh: आभूषण के दुकानों में आपने बंदूकधारी गार्डों को रखवाली करते हुए जरूर देखा होगा. लेकिन आपने किसी खेत में बंदूकधारी गार्ड को रखवाली करते देखा और सुना है. अगर नहीं तो, आज हम ऐसी ही एक खबर बताने वाले हैं. दरअसल, इस वक्त देश में लहसुन की दाम आसमान छू रही है. इसी वजह से मध्य प्रदेश में कुछ किसानों को CCTV लगाने और तो और बंदूकधारी गार्डों को काम पर रखने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है. 


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खुदरा और थोक बाजार में लहसुन की उछाल मारती कीमतों के बीच किसान अपनी उपज को चोरों से बचाने में जुटे हुए हैं. कई किसानों ने बताया, "राज्य के खुदरा बाजार में लहसुन की कीमतें 400 रुपये प्रति किलोग्राम से ऊपर पहुंच गई हैं. जबकि थोक बाजारों में लहसुन की कीमत 30 से 35 हजार रुपये क्विंटल के बीच है."


उज्जैन जिला हेडक्वार्टर से करीब 12 किलोमीटर दूर चिंतामन रोड पर मंगरोला गांव में सिक्योरिटी गार्ड और हथियारबंद किसानों को फसल से भरे खेतों में घूमते हुए देखा जा सकता है. वहीं, जिले के कई बड़े किसान अपने खेतों निगरानी के लिए CCTV कैमरों लगवा दिए हैं, ताकि वे बैठे-बैठे फसल को चोरों से बचा सके.


वहीं,  किसान भरत सिंह बैस बताया, "चोर, कई किसानों की उपज हथिया चुके हैं. इसलिए मैं अपने लाइसेंसी हथियार के साथ अपनी 13 बीघा जमीन की रखवाली कर रहा हूं, जिस पर मैंने लहसुन बोया है." उन्होंने आगे कहा,  पिछले दो सालों से हमें लहसुन की खेती में भारी नुकसान हुआ है. हालांकि, इस साल भाग्य ने हमारा साथ दिया. किसानों को फसल के लिए 200 रुपये प्रति किलोग्राम मिल रहे हैं. हमारी लहसुन की फसल अगले 15 दिनों में पक जाएगी इसलिए हम इस तरह अपनी फसल की रखवाली कर रहे हैं."


एमपी से अकेले मंदसौर जिला करीब 30 हजार किसान 91 हजार टन लहसुन का सप्लाई करते हैं. इसके अलावा मध्य प्रदेश के रतलाम, छिंदवाड़ा, आगर मालवा, इंदौर, देवास और शाजापुर जिलों में भी लहसुन की खेती भारी मात्रा में की जाती है.