मुंबई: मुंबई के सेवरी टीबी अस्पताल  (Sewri TB hospital) की 51 वर्षीय सीनियर मेडिकल अफसर डॉक्टर मनीषा जाधव (Manisha Jadhav) की कोरोना के सबब मौत हो गई. मौत से एक दिन पहले ही डॉक्टर मनिषा जाधव ने अपने फेसबुक पोस्ट पर लिखा था, 'शायद यह मेरी आखिरी गुड मॉर्निंग हो सकती है. शायद मैं आपसे इस मंच के जरिए से फिर कभी मुलाकात न कर पाऊं. आप सभी अपना ध्यान रखना. जिस्म मर जाता है, लेकिन रूह नहीं मरती है, रूह लाज़वाल होती है. '



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51 वर्षीय सीनियर मेडिकल अफसर डॉक्टर मनीषा जाधव के सोशल मीडिया पर कहे गए ये अलफाज आखिरी साबित हुए, क्योंकि इसके अगले ही दिन कोरोना से उनकी मौत हो गई. 


टाइम ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक, पूरे अस्पताल (Sewri TB hospital) में डॉ मनीषा जाधव को क्लिनिकल और इंतजामी कामों को को बड़ी अच्छी तरह निभाने के लिए जाना जाता था. रिपोर्ट के अनुसार डॉ जाधव, शहरी हेल्थ सेटअप में से कोरोना के सबब मरने वाली पहली डॉक्टर बन गई हैं.


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महाराष्ट्र में कुल 168 डॉक्टरों हो चुकी हैं मौत
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) के  मुताबिक, महाराष्ट्र में अभी तक  18,000 डॉक्टर, कोरोना के शिकार हो चुके हैं. इनमें से 168 डॉक्टरों की कोरोना के सबब मौत हो चुकी है. याद रहे कि पिछले 24 घंटों में रियासत में कोरोना के 62,097 मामले सामने आए हैं और 519 लोगों की मौत हो चुकी है.


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नासिक में ऑक्सीजन टैंक लिकेज होने से 22 लोगों की मौत
आज करीब 12: 30 बजे महाराष्ट्र के नासिक के जाकिर हुसैन अस्पताल में मौजूद ऑक्सीजन टैंक से ऑक्सीजन लिकेज होना शुरू हुआ. उस वक्त अस्पताल में 150 में से 25 मरीज वेंटिलेटर पर थे. ऑक्सीजन की सप्लाई रुक जाने से इमने 22 लोगों की मौत हो गई. जबकि 30 की हालत काफी गंभीर है.  इस हादसे पर रद्देअमल जाहिर करते हुए म्युनिसिपल कमिश्नर कैलाश जाधव ने कहा कि कसूरवारों के बख्शा नहीं जाएगा. उन पर कत्ल का केस दर्ज काराया जाएगा.


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