Langar By Muslims: पंजाब के फतेहगढ़ साहिब में एक अनोखा लंगर लगाया गया है, जिसे देखकर सब हैरान रह गए हैं. यहां पर हर साल तीन दिन अलग-अलग सेवादारों की तरफ से लंगर का आयोजन किया जाता है. इस बार यहां माता गुजरी कॉलेज के पास मुस्लिमों ने लंगर लगाया है. यह लंगर मलेरकोटला से आए मुस्लिम समुदाय की तरफ से लगाया गया. यह लंगर आपसी भाईचारे का प्रतीक माना जा रहा है. 


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मुसलमानों की तरफ से आयोजन
पिछले कई सालों से मुस्लिम लंगर 'सिख मुस्लिम सांझ और पीस एड एसोसिएशन' के नाम से आयोजित किया जाता है. लंगर के पास मौजूद मुसलमानों ने कहा कि "हम यहां आपसी एकता का पैगाम लेकर आए हैं." ईटीवी भारत ने लिखा है कि मुसलमानों की तरफ से सिर्फ एक ही नहीं बल्कि फतेहगढ़ की जमीन पर कई जगहों पर लंगर का आयोजन किया गया है. संस्था के प्रधान भी मीठे चावल के लंगर में सेवा करने पहुंचे थे. उन्होंने कहा कि "आज हमने यहां की पवित्र धरती पर हो रहे अत्याचारों के खिलाफ 'हां' का नारा बुलंद करते हुए सिख-मुस्लिम एकता के नाम पर मानवता की सेवा के लिए लंगर का आयोजन किया है."


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क्यों होता है लंगर
आपको बता दें कि यहां लंगर छोटे साहिबजादों के बलिदान को याद करते हुए आयोजित किया जाता है. इन लोगों ने छोटी सी उम्र में अपना धर्म त्यागने से मना कर दिया था और शहादत को गले लगाया था. यहां मुफ्त पगड़ी बांधने का भी आयोजन होता है. हर इन दिनों छोटे बच्चों सहित हजारों लोगों को पगड़ी बांदी जाती है.


हमेशा जारी रहेगा लंगर
यूथ अकाली दल ने राष्ट्रीय अध्यक्ष सरबजीत सिंह झींजर की कयादत में यहां 'मेरी दस्तार मेरी शान' मुहिम के तहत लंगर का आयोजन किया गया. 'मेरी दास्तान मेरी शान' के बारे में बात करते हुए झींझर ने कहा कि "युवा अकाली दल सिख समुदाय के समृद्ध इतिहास और विरासत को संरक्षित करने के लिए हर मुम्किन कोशिश कर रहा है. और हम सिख गौरव और एकता को बढ़ावा देने के लिए इस तरह के आयोजन करना जारी रखेंगे."