एकता की मिसाल: जुमे की नमाज पढ़ रहे थे किसान, हिंदू भाइयों ने भयानक आग पर पाया काबू
मामला मध्य प्रदेश के विदिशा जिले का है. सतपाड़ा के नजदीक शेरपुर गांव में मुसलमान नमाज पढ़ने में मसरूफ थे तो उनकी खेतों में खड़ी फसल में आग लग गई.
विदिशा: मज़हब के नाम पर आपने एक दूसरों को लड़ते तो बहुत देखा होगा लेकिन आज हम आपको एक ऐसी खबर के बारे में बताने जा रहे हैं जो इस समाज के लिए आइना साबित होगी. यह खबर है मध्य प्रदेश की. यहां जब मुस्लिम समाज के लोग नमाज पढ़ने में मसरूफ थे तो तब हिंदू भाइयों ने एकता मिसाल पेश करते हुए मुसलमानों के खेत में लगी आग पर काबू पाया.
मामला मध्य प्रदेश के विदिशा जिला के सतपाड़ा के नजदीक शेरपुर गांव का है. जानकारी के मुताबिक जब शेरपुर के मुसलमान नमाज़ पढ़ने में मसरूफ थे तो उनके खेतों में खड़ी फसल में आग लग गई. ऐसे में पड़ोसी गांव सतपाड़ा के हिंदू भाइयों ने खेतों में सुलगते शोलों पर काबू पाया. मुस्लिम भाइयों के खेतों में लगी आग की तलपटें जितनी तेज थी उससे कहीं ज्यादा हिंदू भाइयों के दिलों में मोहब्बत की आग लगी हुई थी.
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जानकारी के मुताबिक सतपाड़ा के नजदीक शेरपुर गांव मुस्लिम बाहुल्य गांव है. शुक्रवार को जिस समय सभी मुस्लिम शुक्रवार की नमाज़ अदा कर रहे थे उसी समय उनके खेतों में आग लग गई. नमाज पढ़ रहे सभी मुसलमान खेत में लगी आग से बेखबर थे लेकिन नजदीकी गांव सतपाड़ा के हिंदू भाइयों ने जैसे ही खेतों से धुआं उठता देखा तो वे कुछ भी सोचे बिना अपना सब कुछ उठाकर उस आग को बुझाने निकल गए. जब तक आग पूरी तरह न बुझ गई तब तक अपना काम जारी रखा.
मोहब्बत की इस ताजा मिसाल को हर कोई सलाम कर रहा है. गांव के सपरंच रईस अहमद का कहना है कि मैं अपने हिंदू भाइयों के इस जज्बे को सलाम करता हूं और यह दुआ करता हूं कि अल्लाह हमारे पड़ोसियों को सलामत रखे.
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