Jammu and Kashmir News: जमशेद लोन जम्मू व कश्मीर की विधासभा के पहली बार मेंबर बने हैं. वह नेशनल कांफ्रेंस (NC) से चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे हैं. उन्होंने शुक्रवार को अपने बारे में बताया कि एक वक्त में वह मिलिटेंट बनना चाह रहे थे. हालांकि वक्त रहते उनका सिस्टम में विश्वास पैदा हुआ और आज वह विधायक बन गए हैं. 


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हुआ था हादसा
जम्मू व कश्मीर विधानसभ में बोलते हुए जमशेद लोन ने कहा कि जब वह जवान थे, तब वह मिलिटेंट बनना चाहते हैं. उन्होंने बताया कि वह ऐसा इसलिए करना चाहते थे क्योंकि एक आर्मी अफसर ने उनको बहुत टॉर्चर किया था. लोलाब से एनसी विधायक ने कहा कि उस हादसे के बाद एक सीनियर अधिकारी ने सेना के उस अफसर को फटकार लगाई. इसके बाद उनका दोबारा प्रशासन में यकीन पैदा हुआ. लोन ने कहा कि इस मामले से पता चलता है कि बातचीत से कैसे मुश्किल का हल निकाला जा सकता है. 


10वीं में पढ़ने के दौरान हुआ हादसा 
लोन ने कहा कि "जब मैं छोटा था तभी मेरे इलाके में मिलिट्री क्रैकडाउन हुआ. उस वक्त मैं शायद कक्षा 10वीं में पढ़ रहा था. मेरे साथ तकरीबन 32 लड़के थे. उन सभी से पूछताछ की गई." लोन ने अपनी बात जारी रखते हुए बताया कि क्रैकडाउन के दौरान एक आर्मी अफसर ने हमसे उस शख्स के बारे में पूछा जिसने आतंकवाद का रास्ता अपना लिया था. लोन ने बताया कि उन्होंने जवाब दिया कि वह उस शख्स को इसलिए जानते हैं, क्योंकि वह इस इलाके में रहता था.


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आर्मी अफसर ने पीटा
विधायक जमशेद लोन ने बताया कि "इसके लिए मुझे पीटा गया. इसके बाद मुझसे पूछा गया कि क्या क्रैकडाउन के दौरान आतंकवादी यहां मौजूद थे. हमने न में जवाब दिया, तो उन्होंने हमें पीटना शुरू कर दिया." लोन ने आगे बताया कि "इसके बाद मौके पर सीनियर अफस मौके पर पहुंचे और उन्होंने हमसे पूछा कि हम भविष्य में क्या बनना चा हते हैं? इस पर मैंने उनसे कहा कि मैं मिलिटेंट बनना चाहता हूं. उन्होंने इसकी वजह पूछी तो मैंने अपने साथ हुए दुर्व्यवहार के बारे में बताया. 


सीनियर अफसर ने डांटा
लोन ने बताया कि मुझसे बात करने के बाद सीनियर अफसर ने उस अधिकारी को सबके सामने डांटना शुरू कर दिया. इसके बाद सिसटम में मेरा यकीन बना. लोन ने बताया कि उन्हें बाद में पता चला कि जिन 32 नौजवानों से पूछताछ की गई थी, उनमें से 27 आतंकवादी संगठनों में शामिल हो गये थे.