Today's News: Unacademy के टीचर करण सांगवान का कुछ दिनों पहले एक वीडियो वायरल हुआ था. जिसमें वह छात्रों से अपील कर रहे थे कि अगली बार एक पढ़े लिखे इंसान को ही वोट करें. इस बयान के वायरल होने के बाद उनकी नौकरी चली गई है. सांगवान का कहना है कि उन्होंने किसी पार्टी या किसी शख्स का नाम नहीं लिया था. उन्हें इंस्टीट्यूशन ने सियासी प्रेशर के कारण निकाला है. वहीं इस मामले को लेकर Unacademy का कहना है कि क्लासरूम अपने पर्सनल ओपीनियन्स और व्यूज साझा करने की जगह नहीं हैं. 


सांगवान ने क्या कहा?


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इंडिया टुडे को दिए गए एक इंटरव्यू में सांगवान ने कहा कि "मैंने इस मसले में Unacademy के टॉप मैनेजमेंट से बात की, लेकिन उन्होंने कहा कि वे इस मामले में कुछ नहीं कर सकते हैं. मैं Unacademy के साथ 2021 से जुड़ा हुआ हूं. मेरी प्रोफाइल डिलीट कर दी गई है." कंपनी पर कोई पॉलिटिकल प्रेशर हो सकता है. अब सांगवान ने एक यूट्यूब अकाउंट बनाया है और कहा है कि वह 19 अगस्त को वह इस मामले की पूरी जानकारी अपने यूट्यूब अकाउंट पर देंगे.


सांगवान ने बताया- “मुझे नहीं पता था कि एक क्लिप वायरल कर दी जाएगी और गलत तरीके से पेश की जाएगी, और इसे इस तरह सोशल मीडिया पर शेयर किया जाएगा. मैंने एक सामान्य बयान दिया. मैं लोगों का सही मार्गदर्शन कर सकता हूं.' मुझे पढ़े-लिखे लोग चाहिए. शिक्षा वह नहीं है जो लोग कक्षाओं में पढ़ते हैं. मैंने अपनी क्लास में जो सीखा है वही मैं सिखा रहा हूं.”


क्या है पूरा मामाल?


बीते दिनों सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा था जिसमें सांगवान कहते दिख रहे थे- “जब आप अगली बार वोट करें, तो किसी ऐसे व्यक्ति को वोट दें जो पढ़ा-लिखा हो, ताकि आपको दोबारा इस (परीक्षा) से न गुजरना पड़े. ऐसे व्यक्ति को चुनें जो शिक्षित हो और चीजों को समझता हो. किसी ऐसे व्यक्ति को न चुनें जो केवल नाम बदलना जानता हो. ठीक से फैसला करो.'' इसी बयान को लेकर सांगवान को ट्रोल किया जा रहा था. कई ट्विटर हैंडल्स के जरिए उन्हें हटाए जाने की मांग की जा रही थी.