Nipah Virus: केरल में नीपाह वायरस तेजी से फैल रहा है. कोझिकोडे जिले की 9 पंचायतों में कोविड की तरह कंटेनमेंट जोन बना दिए गए हैं. राज्य में दिमाग को नुकसान पहुंचाने वाले वायरस से दो मौतों की जानकारी मिलने के बाद अथॉरिटीज अलर्ट है, और उनके राबते (संपर्क) में आए लोगों की पहचान कर रही है. इन दो के अलावा नीपाह वायरस से पांच और पेशेंट्स अस्पताल में भर्ती हैं और उनका इलाज हो रहा है. 2018 में पहली बार नीपाह वायरस का केस आया था. 


नीपाह वायरस के लक्षण (Nipah Virus Symptoms)


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नीपाह वायरस के लक्षणों को तीन भागों में बांटा गया है. 
1- एसिम्प्टोमैटिक: पेशेंट्स में कोई लक्षण नहीं दिखाई देते हैं.
2- सांस से जुड़ा इन्फेक्शन: सांस से जुड़ी दिक्कतें होती हैं.
3- घातक एन्सेफलाइटिस: दौरे पड़ना और फिर कोमा


शुरुआती वक्त में पेशेंट को बुखार, सिरदर्द, मासपेशियों में दर्द, उल्टी और गला दुखने जैसे लक्षण दिखाई देते हैं. इसके बाद चक्कर, बेहोशी की हालत और नर्वस सिस्टम से जुड़ी दिक्कतें पेश आने लगती हैं, यहां तक की पेशेंट होश खो बैठता है.


WHO ने क्या कहा?


नीपाह वायरस के लक्षणों को लेकर वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन ने बताया कि कुछ लोगों को सांस से जुड़ी दिक्कतें पेश आती हैं, जिस तरह न्यूमोनिया में लक्षण दिखते हैं, वैसे ही लक्षण लोगों में दिखने लगते हैं. इसके अलावा पेशेंट को दौरे पड़ सकते हैं और वह कोमा में जा सकता है.


केरल सरकार क्या कर रही है?


30 अगस्त और 11 सितंबर को निपाह वायरस के संक्रमण से मरने वाले दो लोगों के घरों के पांच किलोमीटर के दायरे में कंटेनमेंट जोन बनाए गए हैं. इसके साथ ही 11 और सैंपल्स को पुणे की नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलोजी में टेस्टिंग के लिए भेजा गया था, हालांकि इनके नतीजे नेगेटिव आए हैं. पीटीआई की एक रिपोर्ट के मुताबिक 15 और लोगों के सैंपल पुणे भेजे गए हैं.