Nirmala Sitharaman, Budget 2024: बजट पेश करते हुए महिलाओं को लेकर फाइनेंस मिनिस्टर ने क्या कहा?
Nirmala Sitharaman Presenting Budget 2024: निर्मला सीतारमण बजट 2024 पेश कर रही हैं. इस दौरान उन्होंने महिलाओं की पढ़ाई और सशक्तिकरण का जिक्र किया है. आइये जानते हैं पूरी जानकारी
Nirmala Sitharaman Presenting Budget 2024: निर्मला सीतारमण ने आज पार्लियामेंट में बजट पेश किया है. यह एक अंतरिम बजट है, पूर्ण बजट नई सरकार के बन जाने के बाद पेश किया जाएगा. पार्लियमेंट में बजट पेश करने के दौरान फाइनेंस मिनिस्टर ने नारी शक्ति का जिक्र किया है और बताया है कि महिलाओं की एजुकेशन सेक्टर में काफी बढ़ोतरी देखने को मिली है. इसके अलावा उन्होंने पार्लियामेंट में औरतों की हिस्सेदारी का भी जिक्र किया.
निर्मला सीतारमण ने क्या कहा?
बजट 2024 पेश करने के दौरान निर्मला सीतारमण ने कहा,"पिछले 10 सालों में औरतों का हाईयर एजुकेशन में इनरोलमेंट 28 फीसद बढ़ा है. एसटीईएम कोर्सेस में महिलाओं का इनरोलमेंट 43 फीसद बढ़ा है, जो पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा है. यह सब कदम दर्शाते हैं कि महिलाओं की वर्कफोर्स में हिस्सेदारी बढ़ी है. इसके साथ ही महिलाओं को पीएम आवास योजने के अंतर्गत 70 फीसद मकान मिले हैं.
निर्मला सीतारमण ने आगे कहा,"तीन तलाक को अवैध बनाना, संसद और राज्य विधानसभाओं में महिलाओं के लिए 1/3 सीटें आरक्षित करना, पीएम आवास योजना के तहत महिलाओं को 70% से अधिक घर देने से उनकी गरिमा बढ़ी है.'' निर्मला सीतारमण ने साफ किया है कि इस सरकार ने महिलाओं के लिए काम किया है, ताकि महिलाएं सशक्त हो सकें और तरक्की कर सकें.
15 एम्स बनाए गए
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का कहना है, "कौशल भारत मिशन ने 1.4 करोड़ युवाओं को ट्रेन किया गया है, 54 लाख युवाओं को प्रशिक्षित और पुन: कुशल बनाया है, और 3000 नए आईटीआई स्थापित किए हैं. बड़ी तादाद में संस्थागत उच्च शिक्षा, अर्थात् 7 आईआईटी, 16 आईआईआईटी, 7 आईआईएम , 15 एम्स और 390 विश्वविद्यालय स्थापित किए गए हैं.”
खेलों में युवाओं का योगदान
निर्मला सीतारमण ने कहा खेलों में नई ऊंचाई छू रहे हमारे युवाओं पर देश को गर्व है. 2023 में एशियाई खेलों और एशियाई पैरा खेलों में अब तक की सबसे अधिक पदक उच्च आत्मविश्वास स्तर को दर्शाता है. शतरंज के प्रतिभाशाली खिलाड़ी और हमारे नंबर 1 रैंक वाले खिलाड़ी प्रगनानंद ने 2023 में मौजूदा विश्व चैंपियन मैग्नस कार्लसन के खिलाफ कड़ी टक्कर दी. आज, भारत में 80 से अधिक शतरंज ग्रैंडमास्टर हैं, जबकि 2010 में यह संख्या 20 से कुछ अधिक थी.''