No Confidence Motion: केंद्र सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर का आज आखरी दिन है. पीएम मोदी नरेंद्र मोदी पूरी चर्चा का जवाब दे रहे है. पीएम मोदी का भाषण खत्म होने के बाद अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग होगी. बहस की शुरुआत सांसद गौरव गोगोई ने की थी. लोकसभा में कल राहुल गांधी ने मणिपुर हिंसा पर घेरने की कोशिश की थी. इस अविश्वास प्रस्ताव पर पीएम मोदी भाषण दे रहे हैं. 


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पीएम मोदी ने अजित रंजन चौधरी पर साधा निशाना


पीएम मोदी ने अविश्वास प्रस्ताव पर बोलते हुए कहा, "विपक्ष ने देश को निराशा के अलावा कुछ नहीं दिया. जिनके खुद के बहीखाते बिगड़े हुए हैं, वे भी हमसे हमारा हिसाब मांग रहे हैं. इस प्रस्ताव में कुछ विचित्र चीजें नजर आई. सबसे बड़े विपक्षी दल के नेता का बोलने की सूची में नाम ही नहीं था. 1999 में वाजयेपी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव आया. शरद पवार उस वक्त नेतृत्व कर रहे थे. उन्होंने बहस की शुरुआत की. 2003 में अटल की सरकार थी. तब सोनिया गांधी विपक्ष की नेता थी. उन्होंने अविश्वास प्रस्ताव रखा. 2018 में खड़गे विपक्ष के नेता थे उन्होंने प्रस्ताव रखा. लेकिन इस बार अधीर बाबू  का क्या हाल हो गया. उनको बोलने का मौका नहीं दिया. अमित भाई ने कहा तो मौका दिया. लेकिन गुड़ का गोबर कैसे करना है उसमें ये माहिर हैं." 


विपक्ष शुतुरमुर्ग जैसा व्यवहार कर रहा है.


आगे पीएम मोदी ने कहा, "भारत की तरक्की की सच्चाई दुनिया को दूर से दिख रही है. विपक्ष को यहां रहते हुए नहीं दिख रही. क्योंकि अविश्वास और घमंड इन रगों में रच बस गया है. विपक्ष का व्यवहार शुतुरमुर्ग जैसा हो गया है. इसके लिए देश कुछ नहीं कर सकता. मोदी ने कहा कि जब भी घर में कुछ अच्छा होता है तो काला टीका लगाया जाता है. आज देश की जो वाह वाही हो रही है. आपने संसद में काले कपड़े पहनकर देश को काला टीका लगाने का काम किया है."


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